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जिले की 400 बेटियों को पढ़ा रहे, आगे बढ़ा रहे और आत्मनिर्भर बना रहे समाजसेवी उमेश साहनी - umesh sahini helping girls in education

सतना जिले में एक ऐसे समाजसेवी हैं उमेश साहनी, जो पिछले 40 सालों से लगातार गरीब बच्चियों की जरूरतें पूरी कर उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं.

Umesh advancing daughters
बेटियों को आगे बढ़ा रहे उमेश
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Published : Feb 8, 2020, 4:06 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 7:11 AM IST

सतना। पूरे देश में जहां बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को बढ़ावा दिया जा रहा है. वहीं सतना जिले के उमेश साहनी बेटियों के लिए एक अलग ही मिसाल पेश कर रहे हैं. वे बेटियों की जरूरतें पूरी कर उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं, उन्हें पढ़ा रहे हैं और उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं. करीब 40 साल पहले एक बच्ची से शुरू हुआ उनका ये कारवां लगातार बढ़ता ही जा रहा है. समाजसेवी उमेश साहनी की सराहना अब सतना विधायक भी कर रहे हैं.

बेटियों को आत्मनिर्भर बना रहे उमेश

सतना शहर के पुराना पावर हाउस चौक निवासी उमेश साहनी लगातार 14 सालों से निर्धन बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का काम कर रहे हैं. उमेश साहनी ने बताया कि उन्होंने 40 साल पहले इस काम की शुरूआत की थी. एक बेटी को पढ़ाया, वो रिक्शा चालक की बेटी थी. जो कि आज इंजीनियर हैं. उन्हें बहुत गर्व होता है जब वे अपनी इन बच्चियों को इस तरह आगे बढ़ाते और आत्मनिर्भर देखते हैं. इसके बाद वे धीरे-धीरे समाज सेवा में जुट गए. यूं तो नौकरी से समय निकाल वे समाज सेवा करते थे, लेकिन रिटायर्ड होने के बाद पिछले 14 सालों से सिर्फ इस काम में ही जुटे हुए हैं.

Umesh advancing daughters
बेटियों को आगे बढ़ा रहे उमेश

इन 14 सालों से वे लगातार गरीब बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाए हुए हैं. उमेश शासकीय विद्यालय, अनाथ आश्रम और गरीब घर में जाकर बच्चियों को चयनित करते हैं. उसके बाद उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ सामाजिक लोगों से चंदा इकट्ठा करते हैं. इसके अलावा वे अपनी पेंशन भी इस नेक काम में लगाते हैं. फिलहाल वे 18 बेटियों की फीस दे उन्हें पढ़ा रहे है. और वे लगातार बच्चियों को कभी छाता तो कभी स्वेटर और न जानें कितनी जरूरत की वस्तुएं देते हैं.

Distribute sweaters to dumb girls
मूक बधिर बच्चियों को बांटे स्वेटर


उमेश शासन से इन बेटियों की मदद के लिए कोई सहायता नहीं लेते हैं. हाल ही में इन्होंने सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल कर पुलिस लाइन स्थित मूकबधिर छात्रावास में पढ़ रही बच्चियों को ठंड में काम आने वाली वस्तुएं भेंट की. इस बात से प्रेरित होकर सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी समाजसेवी की जमकर प्रशंसा की और कहा कि समाज के अंदर ऐसे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए.

वैसे तो कई NGO ऐसे काम करने के लिए शासन से लाखों का फंड उठाते हैं. लेकिन उस फंड को कहां और कैसे उपयोग किया जाता है इसका पता कभी नहीं चलता. बिना वाहन के पैदल चलकर समाज सेवा करने वाले उमेश साहनी सतना जिले के अंदर एक प्रेरणा के रूप में है. बल्कि इस प्रेरणा की जरूरत हर व्यक्ति को है जो समाज में आकर ऐसे लोगों की मदद करें. जिन्हें अपनी जरूरतें पूरा करने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है.

सतना। पूरे देश में जहां बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को बढ़ावा दिया जा रहा है. वहीं सतना जिले के उमेश साहनी बेटियों के लिए एक अलग ही मिसाल पेश कर रहे हैं. वे बेटियों की जरूरतें पूरी कर उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं, उन्हें पढ़ा रहे हैं और उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं. करीब 40 साल पहले एक बच्ची से शुरू हुआ उनका ये कारवां लगातार बढ़ता ही जा रहा है. समाजसेवी उमेश साहनी की सराहना अब सतना विधायक भी कर रहे हैं.

बेटियों को आत्मनिर्भर बना रहे उमेश

सतना शहर के पुराना पावर हाउस चौक निवासी उमेश साहनी लगातार 14 सालों से निर्धन बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का काम कर रहे हैं. उमेश साहनी ने बताया कि उन्होंने 40 साल पहले इस काम की शुरूआत की थी. एक बेटी को पढ़ाया, वो रिक्शा चालक की बेटी थी. जो कि आज इंजीनियर हैं. उन्हें बहुत गर्व होता है जब वे अपनी इन बच्चियों को इस तरह आगे बढ़ाते और आत्मनिर्भर देखते हैं. इसके बाद वे धीरे-धीरे समाज सेवा में जुट गए. यूं तो नौकरी से समय निकाल वे समाज सेवा करते थे, लेकिन रिटायर्ड होने के बाद पिछले 14 सालों से सिर्फ इस काम में ही जुटे हुए हैं.

Umesh advancing daughters
बेटियों को आगे बढ़ा रहे उमेश

इन 14 सालों से वे लगातार गरीब बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाए हुए हैं. उमेश शासकीय विद्यालय, अनाथ आश्रम और गरीब घर में जाकर बच्चियों को चयनित करते हैं. उसके बाद उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ सामाजिक लोगों से चंदा इकट्ठा करते हैं. इसके अलावा वे अपनी पेंशन भी इस नेक काम में लगाते हैं. फिलहाल वे 18 बेटियों की फीस दे उन्हें पढ़ा रहे है. और वे लगातार बच्चियों को कभी छाता तो कभी स्वेटर और न जानें कितनी जरूरत की वस्तुएं देते हैं.

Distribute sweaters to dumb girls
मूक बधिर बच्चियों को बांटे स्वेटर


उमेश शासन से इन बेटियों की मदद के लिए कोई सहायता नहीं लेते हैं. हाल ही में इन्होंने सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल कर पुलिस लाइन स्थित मूकबधिर छात्रावास में पढ़ रही बच्चियों को ठंड में काम आने वाली वस्तुएं भेंट की. इस बात से प्रेरित होकर सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी समाजसेवी की जमकर प्रशंसा की और कहा कि समाज के अंदर ऐसे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए.

वैसे तो कई NGO ऐसे काम करने के लिए शासन से लाखों का फंड उठाते हैं. लेकिन उस फंड को कहां और कैसे उपयोग किया जाता है इसका पता कभी नहीं चलता. बिना वाहन के पैदल चलकर समाज सेवा करने वाले उमेश साहनी सतना जिले के अंदर एक प्रेरणा के रूप में है. बल्कि इस प्रेरणा की जरूरत हर व्यक्ति को है जो समाज में आकर ऐसे लोगों की मदद करें. जिन्हें अपनी जरूरतें पूरा करने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है.

Intro:एंकर --
सतना जिले में एक ऐसे समाजसेवी व्यक्ति है जो विगत 14 वर्षों से निरंतर गरीब एवं निर्धन बच्चियों की मदद करने का कार्य कर रहे हैं. यह समाज सेवी अनाथ आश्रम छात्रावास एवं शासकीय विद्यालयों में पढ़ रहे हैं बच्चियों को सहायता देने का काम करते हैं. इनकी मानें तो यह है बिना किसी शासन की सहायता से लोगों की मदद लेकर बच्चों की जरूरतों को पूरा करने का काम करते हैं. और यह समाज सेवी सतना विधायक के माध्यम से पुलिस लाइन स्थित मूकबधिर छात्रावास में पढ़ रही बच्चियों को ठंड की वस्तुओं को दिया. इस बात से प्रेरित होकर सतना विधायक ने भी समाजसेवी की प्रशंसा की और कहा कि समाज के अंदर ऐसे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए ।


Body:VO --
सतना शहर के पुराना पावर हाउस चौक निवासी उमेश साहनी नाम के व्यक्ति हैं. जो विगत 14 वर्षों से गरीब निर्धन बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का काम करते आ रहे हैं. उमेश साहनी जी समाज के अंदर एक बहुत बड़ी प्रेरणा के रूप में माने जा रहे हैं. इनका यह कार्य समाज के अंदर बहुत ही प्रशंसनीय है. उमेश साहनी का कहना है कि उन्हें विगत 40 वर्ष पहले इस काम के प्रेरणा मिली थी. इसके बाद वे धीरे-धीरे समाज सेवा में जुट गए. समाज सेवा करते हुए उन्होंने विगत 14 वर्षों से लगातार गरीब निर्धन बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाया. यह कार्य है शासकीय विद्यालय, अनाथ आश्रम और गरीब घर में जाकर बच्चियों को चयनित करते हैं उसके बाद उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए वह कुछ सामाजिक लोगों से चंदा इकट्ठा कर अपने पास से भी धन खर्च कर यह कार्य करते चले आ रहे हैं. आज उमेश साहनी सतना में लगभग 400 बच्चियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं. इस कार्य को करने के लिए उन्हें समाज सेवा के रूप में करीब 20 लोग उनकी मदद करते हैं. इनकी वजह से वह इस कार्य को करने में सफल होते हैं. इसी के चलते उमेश साहनी सतना पुलिस लाइन स्थित मुक बधिर छात्रावास में जाकर सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के माध्यम से मूक बधिर बच्चियों को ठंड की सामग्रियां वितरण करने का काम किया. और ठंड की सामग्रियां पाकर बच्चियों के चेहरे खिल उठे. इस बात की प्रशंसा सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी की उन्होंने बताया कि समाज के अंदर ऐसे व्यक्तियों की जरूरत है.जो इस नेक कार्य को करते हैं. उन्हें उमेश साहनी से एक प्रेरणा मिली है. जिसे लेकर सतना विधायक में भी समाज में ऐसे लोगों आगे आने के लिए एक संदेश दिया ।

byte --
उमेश साहनी -- समाजसेवी सतना ।
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सिद्धार्थ कुशवाहा -- विधायक सतना ।


Conclusion:Vo --
उमेश साहनी समाज के अंदर एक प्रेरणा के रूप में है.बहरहाल वैसे तो कई एनजीओ ऐसे कार्य करने के लिए शासन से लाखों का फंड उठाते हैं. लेकिन उस फंड को कहां और कैसे उपयोग किया जाता है. इसका पता कभी नहीं चलता. बिना वाहन के पैदल चलकर समाज सेवा करने वाले उमेश साहनी सतना जिले के अंदर एक प्रेरणा के रूप में है. बल्कि इस प्रेरणा की जरूरत हर व्यक्ति को है जो समाज में आकर ऐसे लोगों की मदद करें. जिन्हें अपनी जरूरतें पूरा करने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है ।
Last Updated : Feb 9, 2020, 7:11 AM IST
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