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मदर्स डे: देश सेवा और मां की जिम्मेदारी, कई दिनों तक नहीं होती बेटे से मुलाकात - मदर्स डे में एक महिला अधिकारी की कहानी

मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक ऐसी महिला अधिकारी हैं जो डीएसपी पद पर तैनात हैं और मां होने के साथ-साथ अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटती हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी
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Published : May 10, 2020, 11:11 AM IST

Updated : May 10, 2020, 12:26 PM IST

मदर्स डे पर एक मां की कहानी

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक ऐसी महिला अधिकारी हैं, जो डीएसपी पद पर तैनात हैं और मां होने के साथ-साथ अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटती हैं. उनका एक 3 साल का बेटा है जिससे मिले बिना कई दिन ऐसे ही गुजर जाते हैं, बेटा नाराज भी हो जाता है लेकिन उसके बावजूद भी बच्चे के लिए समय निकालना इस वक्त बहुत मुश्किल हो रहा है.

देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

मां होना एक अपने आप में बड़ी जिम्मेदारी होती है. और ऐसे में यदि मां होने के साथ कोई दूसरी जिम्मेदारी है और उसे उतनी ही गंभीरता से निभानी पड़े तो जिंदगी का सफर थोड़ी कठिन हो सकती है. ऐसे ही कठिन जिंदगी जीती हैं एक मां जो मध्यप्रदेश के सतना जिले में महिला अधिकारी डीएसपी पद पर पदस्थ हैं. और वर्तमान में जिले के उचेहरा थाना प्रभारी भी हैं, इनका नाम ख्याति मिश्रा है. किसी महिला अधिकारी के लिए मां के साथ अपना फर्ज निभाना बहुत बड़ी बात होती है. लेकिन यह बात सतना डीएसपी पद पर पदस्थ ख्याति मिश्रा सच कर दिखाया है कि किस तरीके से एक मां के साथ वह अपने कर्तव्य का निर्वहन करती हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

कई दिन नहीं होती बेटे से मुलाकात

दरअसल डीएसपी ख्याति मिश्रा का एक छोटा सा बेटा है. जिसकी उम्र महज 3 साल है. अक्सर आपने देखा होगा बच्चे अपने मां से ज्यादा लगाओ रखते हैं, और मां अपने बच्चों के जीवन में सबसे अहम भूमिका निभाती हैं. लेकिन डीएसपी ख्याति मिश्रा ने अपने 3 साल के बेटे की मां होने के साथ अपने फर्ज को भी पूरे ईमानदारी से पूरा करती हैं. लेकिन देश सेवा में कई बार ऐसा होता है कि हफ्ते महीने गुजर जाते हैं, और अपने बेटे से अपने कर्तव्य के चलते नहीं मिल पाती, कहीं न कहीं देश और समाज के लिए ख्याति मिश्रा एक प्रेरणा के रूप में हैं जो मां के साथ अपने दूसरी जिम्मेदारी भी बखूबी से निभा रही हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

बेटे का लिए समय निकालना मुश्किल

मदर्स डे 2020 में डीएसपी ख्याति मिश्रा का कहना है कि मां होना एक औरत के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. इस तरह की बिजी लाइफ में बच्चे के लिए टाइम निकालना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन फिर भी हम अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, देशभक्ति जन सेवा जिस उद्देश्य के साथ हमें जो देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है उसे हम पूरा करते हैं, और इसके साथ मां की जिम्मेदारी भी पूरे तरीके से निभाने की कोशिश करते हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

मासूम बेटा समझता है मां की जिम्मेदारी

महिला डीएसपी इन दिनों कोरोना महामारी में देश सेवा कर रही हैं, लेकिन इस बीच समय का अभाव होने से कहीं न कहीं अपने बच्चे का समय निकालना उनके बहुत मुश्किल हो जाता है. महिला डीएसपी का कहना है कि व्यस्तता इतनी ज्यादा है कि कई बार बेटे का वीडियो कॉल भी आता है, तो रिसीव करने का वक्त नहीं निकल पाता है. और बेटा फिर नाराज हो जाता है, और जिस वक्त उसे मेरी जरुरत होती है, उस वक्त घर का दूसरा सदस्य उसकी जरुरत पूरी करता है. हालांकि इसके बावजूद मासूम बेटा अपनी मां की जिम्मेदारियों को समझता है.

महिला डीएसपी का संदेश

महिला डीएसपी ख्याति मिश्रा का ऐसा मानना है कि कठिनाइयां तो बहुत होती है लेकिन कठिनाइयों का सामना करना ही एक महिला के लिए सफलता की बात होती है. जो भी कठिनाइयां हैं उसके लिए हम अलग से समय निकालने की कोशिश करते हैं. डीएसपी ख्याति मिश्रा ने देश की दूसरी माताओं के लिए यह संदेश दिया है कि मां होना एक गर्व की बात होती है. यदि मां होने के साथ दूसरी जिम्मेदारी निभाती हैं, यह बहुत बड़ी बात है, लेकिन बच्चों को समय देने के लिए थोड़ी मेहनत ज्यादा होती है, और समय का सही उपयोग करने से हम बच्चे को भी समय दे पाते हैं. मां बच्चे के लिए सबसे अहम भूमिका निभाती हैं.

मदर्स डे पर एक मां की कहानी

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक ऐसी महिला अधिकारी हैं, जो डीएसपी पद पर तैनात हैं और मां होने के साथ-साथ अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटती हैं. उनका एक 3 साल का बेटा है जिससे मिले बिना कई दिन ऐसे ही गुजर जाते हैं, बेटा नाराज भी हो जाता है लेकिन उसके बावजूद भी बच्चे के लिए समय निकालना इस वक्त बहुत मुश्किल हो रहा है.

देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

मां होना एक अपने आप में बड़ी जिम्मेदारी होती है. और ऐसे में यदि मां होने के साथ कोई दूसरी जिम्मेदारी है और उसे उतनी ही गंभीरता से निभानी पड़े तो जिंदगी का सफर थोड़ी कठिन हो सकती है. ऐसे ही कठिन जिंदगी जीती हैं एक मां जो मध्यप्रदेश के सतना जिले में महिला अधिकारी डीएसपी पद पर पदस्थ हैं. और वर्तमान में जिले के उचेहरा थाना प्रभारी भी हैं, इनका नाम ख्याति मिश्रा है. किसी महिला अधिकारी के लिए मां के साथ अपना फर्ज निभाना बहुत बड़ी बात होती है. लेकिन यह बात सतना डीएसपी पद पर पदस्थ ख्याति मिश्रा सच कर दिखाया है कि किस तरीके से एक मां के साथ वह अपने कर्तव्य का निर्वहन करती हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

कई दिन नहीं होती बेटे से मुलाकात

दरअसल डीएसपी ख्याति मिश्रा का एक छोटा सा बेटा है. जिसकी उम्र महज 3 साल है. अक्सर आपने देखा होगा बच्चे अपने मां से ज्यादा लगाओ रखते हैं, और मां अपने बच्चों के जीवन में सबसे अहम भूमिका निभाती हैं. लेकिन डीएसपी ख्याति मिश्रा ने अपने 3 साल के बेटे की मां होने के साथ अपने फर्ज को भी पूरे ईमानदारी से पूरा करती हैं. लेकिन देश सेवा में कई बार ऐसा होता है कि हफ्ते महीने गुजर जाते हैं, और अपने बेटे से अपने कर्तव्य के चलते नहीं मिल पाती, कहीं न कहीं देश और समाज के लिए ख्याति मिश्रा एक प्रेरणा के रूप में हैं जो मां के साथ अपने दूसरी जिम्मेदारी भी बखूबी से निभा रही हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

बेटे का लिए समय निकालना मुश्किल

मदर्स डे 2020 में डीएसपी ख्याति मिश्रा का कहना है कि मां होना एक औरत के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. इस तरह की बिजी लाइफ में बच्चे के लिए टाइम निकालना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन फिर भी हम अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, देशभक्ति जन सेवा जिस उद्देश्य के साथ हमें जो देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है उसे हम पूरा करते हैं, और इसके साथ मां की जिम्मेदारी भी पूरे तरीके से निभाने की कोशिश करते हैं.

Country service and mother's responsibility
देश सेवा और मां की जिम्मेदारी

मासूम बेटा समझता है मां की जिम्मेदारी

महिला डीएसपी इन दिनों कोरोना महामारी में देश सेवा कर रही हैं, लेकिन इस बीच समय का अभाव होने से कहीं न कहीं अपने बच्चे का समय निकालना उनके बहुत मुश्किल हो जाता है. महिला डीएसपी का कहना है कि व्यस्तता इतनी ज्यादा है कि कई बार बेटे का वीडियो कॉल भी आता है, तो रिसीव करने का वक्त नहीं निकल पाता है. और बेटा फिर नाराज हो जाता है, और जिस वक्त उसे मेरी जरुरत होती है, उस वक्त घर का दूसरा सदस्य उसकी जरुरत पूरी करता है. हालांकि इसके बावजूद मासूम बेटा अपनी मां की जिम्मेदारियों को समझता है.

महिला डीएसपी का संदेश

महिला डीएसपी ख्याति मिश्रा का ऐसा मानना है कि कठिनाइयां तो बहुत होती है लेकिन कठिनाइयों का सामना करना ही एक महिला के लिए सफलता की बात होती है. जो भी कठिनाइयां हैं उसके लिए हम अलग से समय निकालने की कोशिश करते हैं. डीएसपी ख्याति मिश्रा ने देश की दूसरी माताओं के लिए यह संदेश दिया है कि मां होना एक गर्व की बात होती है. यदि मां होने के साथ दूसरी जिम्मेदारी निभाती हैं, यह बहुत बड़ी बात है, लेकिन बच्चों को समय देने के लिए थोड़ी मेहनत ज्यादा होती है, और समय का सही उपयोग करने से हम बच्चे को भी समय दे पाते हैं. मां बच्चे के लिए सबसे अहम भूमिका निभाती हैं.

Last Updated : May 10, 2020, 12:26 PM IST
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