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लॉकडाउन के चलते गरीबों को नहीं मिला राशन, जनता का फूटा गुस्सा - सतना न्यूज

सतना में लॉकडाउन के चलते राशन ना मिलने से शहर के नई बस्ती में सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर गए. मौके पर पहुंचे विधायक स्थानीय लोगों के साथ धरने पर बैठ गए. भीड़ बढ़ता देख पुलिस ने सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए, लोगों को समझाइश देकर मोर्चा संभाल लिया.

The poor did not get ration due to lock down in satna protested
लॉकडाउन के चलते गरीबों को नहीं मिला राशन
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Published : Apr 7, 2020, 5:34 PM IST

सतना। कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है, इस लॉकडाउन की वजह से सतना की नई बस्ती में रोज कमाने और रोज खाने वाले गरीब लोग राशन ना मिलने की वजह से सड़कों पर उतर आए. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पहुंच गए.

गरीबों को नहीं मिला राशन, जताई नाराजगी

सैकड़ों की तादाद में महिलाएं, बच्चे, बूढ़े सब सड़कों पर उतर आए थे, जिन्हें सतना विधायक ने हर संभव मदद का भरोसा दिया. विधायक ने सभी से सोशल डिस्टेंस में बैठने के लिए कहकर उन्हीं के साथ धरने पर बैठ गए. विधायक ने खाने के पैकेट मंगाकर उन गरीबों को बंटवाया और इसकी सूचना फोन पर जिला प्रशासन को दी. लेकिन जिला प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा और घंटों बाद नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची.

विधायक के द्वारा मंगवाए गए खाने के पैकेट को पुलिस बल की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंस बनाकर बांटे गए, पुलिस बल की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. तो वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस से हम नहीं मरेंगे, हम तो इससे पहले भूख से जरूर मर जाएंगे.

प्रशासन को पहले ही दी चुकी है जानकारी

हाल में ही सतना के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने शहरवासियों के लिए जिला कलेक्टर को पत्र भी लिखा है जिसके माध्यम से ये बताया गया है कि शहरी क्षेत्र में 7 हजार के करीब ऐसे लोग हैं, जिनके पास ना तो गरीबी रेखा का राशन है और ना ही इनके पास आय के कोई साधन. ये सभी रोज कमाने और रोज खाने वाले लोग थे, इन सभी को राशन जल्द प्रदान किए जाने की सरकार और जिला प्रशासन से मांग की.

दरअसल सतना जिला प्रशासन ने सेंट्रल किचन तो खुलवाया, जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों को भोजन बनाकर दिया जाने का काम किया जा रहा है, लेकिन लोगों तक ये भोजन नहीं पहुंच पा रहा है और उन गरीबों को राशन भी नहीं दिया जा रहा, जिनके पास बीपीएल कार्ड नहीं है.

सतना। कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है, इस लॉकडाउन की वजह से सतना की नई बस्ती में रोज कमाने और रोज खाने वाले गरीब लोग राशन ना मिलने की वजह से सड़कों पर उतर आए. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पहुंच गए.

गरीबों को नहीं मिला राशन, जताई नाराजगी

सैकड़ों की तादाद में महिलाएं, बच्चे, बूढ़े सब सड़कों पर उतर आए थे, जिन्हें सतना विधायक ने हर संभव मदद का भरोसा दिया. विधायक ने सभी से सोशल डिस्टेंस में बैठने के लिए कहकर उन्हीं के साथ धरने पर बैठ गए. विधायक ने खाने के पैकेट मंगाकर उन गरीबों को बंटवाया और इसकी सूचना फोन पर जिला प्रशासन को दी. लेकिन जिला प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा और घंटों बाद नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची.

विधायक के द्वारा मंगवाए गए खाने के पैकेट को पुलिस बल की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंस बनाकर बांटे गए, पुलिस बल की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. तो वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस से हम नहीं मरेंगे, हम तो इससे पहले भूख से जरूर मर जाएंगे.

प्रशासन को पहले ही दी चुकी है जानकारी

हाल में ही सतना के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने शहरवासियों के लिए जिला कलेक्टर को पत्र भी लिखा है जिसके माध्यम से ये बताया गया है कि शहरी क्षेत्र में 7 हजार के करीब ऐसे लोग हैं, जिनके पास ना तो गरीबी रेखा का राशन है और ना ही इनके पास आय के कोई साधन. ये सभी रोज कमाने और रोज खाने वाले लोग थे, इन सभी को राशन जल्द प्रदान किए जाने की सरकार और जिला प्रशासन से मांग की.

दरअसल सतना जिला प्रशासन ने सेंट्रल किचन तो खुलवाया, जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों को भोजन बनाकर दिया जाने का काम किया जा रहा है, लेकिन लोगों तक ये भोजन नहीं पहुंच पा रहा है और उन गरीबों को राशन भी नहीं दिया जा रहा, जिनके पास बीपीएल कार्ड नहीं है.

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