सतना। नगर निगम के पूर्व कमिश्नर सुरेंद्र कथुरिया को वर्ष 2017 को लोकायुक्त ने रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा था. यह मामला अभी तक न्यायालय में विचाराधीन था. उसी मामले में न्यायालय विशेष न्यायाधीश द्वारा 5 वर्ष का सश्रम कारावास और 1लाख के जुर्माने से दंडित किया गया है. बता दें कि मामला 20 जून 2017 का है, जिसमें रीवा लोकायुक्त में डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल द्वारा लिखित शिकायत की गई, जिसमें बताया गया कि सतना नगर निगम कमिश्नर सुरेंद्र कथुरिया द्वारा उनके हॉस्पिटल के अवैध निर्माण को ना गिराने के नाम पर 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जोकि सतना शहर के भरहुत नगर में सतना हॉस्पिटल के नाम से स्थित है. शिकायत का सत्यापन किया गया और लोकायुक्त रीवा की एक विशेष टीम ने ट्रेप की कार्रवाई शुरू की.
न्यायालय के फैसले के बाद जेल: इस मामले पर 27 जून 2017 को 12 लाख रुपये की रिश्वत और 3 गोल्ड कोटेड सिल्वर के टुकड़े, रिश्वत की किस्त के तौर पर डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल ने कमिश्नर को उनके सरकारी बंगले पर जाकर दिए. इस दौरान लोकायुक्त रीवा की टीम ने दबिश दी और पूर्व कमिश्नर सुरेंद्र कथूरिया को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. लोकायुक्त टीम ने कमिश्नर पर कार्रवाई करते हुए, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया था. मामला अभी तक न्यायालय में चल रहा था. न्यायालय ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए पूर्व नगर निगम कमिश्नर सतना सुरेंद्र कथूरिया को 5 वर्ष का सश्रम कारावास और 1 लाख रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है. सुरेंद्र कथुरिया को फैसले के बाद जेल भेज दिया गया.