सतना। मुकुंदपुर स्थित विश्व के इकलौते व्हाइट टाइगर सफारी में बीच सड़क पर टाइगरों की अठखेलियां देखकर सैलानी रोमांचित हो गए. विंध्या नाम की टाइग्रेस रघू नाम के टाइगर के साथ मस्ती करते दिखी. सफारी में ऐसा कम ही दिखता है जब दोनों व्हाइट टाइगर इस तरह से मस्ती करते दिखें.
मध्यप्रदेश में विंध्य की धरती सफेद शेरों की जननी रही है. समूचे विश्व में आज जहां भी व्हाइट टाइगर के दीदार होते हैं वो सब मोहन की देन हैं. विश्व के पहले व्हाइट टाइगर को रीवा रियासत के महाराजा मार्तण्ड सिंह ने वर्ष 1948 में पकड़ा था और उसका नाम मोहन रखा. जिसके वंशज पूरे विश्व में हैं. राजा ने मोहन को रखने के लिए रीवा जिले के गोविंदगढ़ में बाघ महल बनवाया और अब सतना जिले के मुकुन्दपुर में विश्व की एक मात्र व्हाइट टाइगर सफारी है.
इन तस्वीरों में देखिए कैसे विंध्या नाम की टाइग्रेस रघू नाम के टाइगर से प्यार जता रही है. तस्वीरें 5 मार्च की हैं. इन सफेद टाइगरों को इस तरह अठखेलियां करते बहुत कम ही देखा जाता है. इस अद्भुत नजारे को जब सैलानियों ने देखा तो उसे अपने कैमरे में कैद करने से नहीं चूके.