सतना। सतना जिले में किसानों की फसल कट जाने के बाद नरवाई को नष्ट करने के लिए उसमें आग लगा दी जाती है, लेकिन वह आग कब बड़ा रूप ले लेगी, यह किसी को कोई अंदाजा नहीं है. सतना जिले के मैहर, अमरपाटन, उचेहरा रामपुर बघेलान, नागौद, रैगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में किसानों द्वारा हार्वेस्टर से फसल कट जाने के बाद बची हुई नरवाही में आग लगा दी जाती है. वर्तमान में सतना जिले में भीषण गर्मी की वजह से पारा 40 से 43 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में मौसम विभाग द्वारा भी इस भीषण गर्मी बचाव के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.
सतना जिले में आग की कई घटनाएं : सतना जिले में आगजनी की घटनाओं से करीब आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोगों का घर भी जलकर खाक हो चुका है. वहीं आधा दर्जन लोग आग की चपेट में घायल भी हो चुके हैं.एक फायर ब्रिगेड भी जलकर खाक हो चुका है. ऐसे में नरवाही में आग लगाने को लेकर जिला कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि अगर कोई भी व्यक्ति फसल कट जाने के बाद नरवाही में आग लगाता है तो उसके खिलाफ एफ आईआरदर्ज होगी और वह जेल जाएगा.
नरवाही में आग लगाना जुर्म है : इस बारे में अपर कलेक्टर राजेश शाही का कहना है कि नरवाही में आग लगाना कानूनन जुर्म है. जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा ने धारा 144 के तहत नरवाही में आग लगाना और हार्वेस्टर से कटाई पर प्रतिबंध लगाया है. ऐसे में इसका उल्लंघन करते पाए जाने पर एफआईआर दर्ज करने के सख्त निर्देश हैं. अभी तक सतना जिले में नरवाही में आग लगाने पर सिंहपुर थाने एवं रामपुर थाने में तो एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है.
300 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं : सतना जिले में इस वर्ष गर्मी शुरू होते ही अभी तक आगजनी की घटनाओं के आंकड़ों की बात करें तो करीब 300 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं. सतना जिले भर में फायर ब्रिगेड की बात करें तो जिले भर में करीब 27 फायर ब्रिगेड हैं. वर्तमान स्थिति में सतना जिले की आबादी करीब 26 लाख की है. ऐसे में इतनी बड़ी आबादी के बीच 27 फायर ब्रिगेड में से 22 चालू हालत में हैं और अन्य मरम्मत के हालात में पड़े हुए हैं. (FIR against two farmers) (FIR against two farmers fire to Narwahi)