ETV Bharat / state

बर्बाद फसलों से अन्नदाता परेशान, प्रशासन ने अब तक शुरु नहीं किया सर्वे - rain in satna

सतना में भारी बारिश की वजह से किसानों की उड़द, मूंग, तिल, सोयाबीन की फसल चौपट हो गई है. खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है. लेकिन प्रशासन का अमला अब तक किसानों के फसलों के सर्वे के लिए नहीं पहुंचा है.

बारिश की वजह से किसानों की फसल हुई बर्बाद
author img

By

Published : Oct 5, 2019, 10:34 AM IST

सतना। मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर अब भी जारी है. बारिश की वजह से सतना जिले के किसानों की उड़द, मूंग, तिल, सोयाबीन की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई. किसानों ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों से की है. लेकिन अभी तक फसलों के नुकसान के सर्वे के लिए प्रशासन का अमला अब तक नहीं पहुंचा है.

बारिश की वजह से किसानों की फसल हुई बर्बाद

अधिक बारिश होने से जिले के अधिकांश गांव की फसलें चौपट हो चुकी हैं. खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है. प्रकृति का प्रकोप से किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है. किसानों की माने तो कर्जा लेकर उन्होंने फसल बोई थी और दवाई के लिए भी कर्जा लिया था, लेकिन खेती चौपट हो जाने से अब किसानों की समस्या और बढ़ गई है.

लोगों का कहना है कि इसकी पूरी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी मैदानी अमला इनके पास तक नहीं पहुंचा. वहीं मामले में एसडीएम का कहना है कि उन्होंने कई गावों का निरीक्षण किया है और जहां किसान की फसलों का नुकसान हुआ है उसका सर्वे करवाया जाएगा. सर्वे के बाद किसानों को नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.

सतना। मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर अब भी जारी है. बारिश की वजह से सतना जिले के किसानों की उड़द, मूंग, तिल, सोयाबीन की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई. किसानों ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों से की है. लेकिन अभी तक फसलों के नुकसान के सर्वे के लिए प्रशासन का अमला अब तक नहीं पहुंचा है.

बारिश की वजह से किसानों की फसल हुई बर्बाद

अधिक बारिश होने से जिले के अधिकांश गांव की फसलें चौपट हो चुकी हैं. खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है. प्रकृति का प्रकोप से किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है. किसानों की माने तो कर्जा लेकर उन्होंने फसल बोई थी और दवाई के लिए भी कर्जा लिया था, लेकिन खेती चौपट हो जाने से अब किसानों की समस्या और बढ़ गई है.

लोगों का कहना है कि इसकी पूरी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी मैदानी अमला इनके पास तक नहीं पहुंचा. वहीं मामले में एसडीएम का कहना है कि उन्होंने कई गावों का निरीक्षण किया है और जहां किसान की फसलों का नुकसान हुआ है उसका सर्वे करवाया जाएगा. सर्वे के बाद किसानों को नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.

Intro:एंकर --
मध्यप्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी है. इस बारिश से कई शहर गांव डूब गए कई घर से बेघर हो गए. जगह-जगह रेस्क्यू चलाया जा रहा है. वहीं कुछ जगह बारिश का कहर रुक-रुक कर जारी है. सतना जिले में भी समय रहते बारिश नहीं हुई लेकिन उसके बाद जब किसानों की फसल खेतों में खड़ी हो चुकी थी तो बारिश का कहर सपना में रुक-रुक कर जारी रहा. बारिश की वजह से सतना जिले के किसानों के उड़द मूंग तिल सोयाबीन की फसल चौपट हो गई. किसानों के खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है. किसान आत्महत्या की गुहार लगा रहा है. किसानों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों से की लेकिन अभी तक उनके पास कोई भी अमला नहीं पहुंचा है. किसानों के फसल चौपट होने से सतना जिले के सोहावल ब्लाक के किसान खासा परेशान नजर आ रहा है ।


Body:Vo --
बरसात हो या ठंड हर सीजन में किसान को एक खुली चुनौती मिलती है उस चुनौती का सामना करने के लिए किसान हमेशा तैयार रहता है इन दिनों पूरे मध्यप्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी है वही सतना जिले में भी अति से अधिक बारिश होने से जिले के अधिकांश गांव की फसल चौपट हो चुकी है. खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है. किसानों की उरदा मूंग सोयाबीन यह सभी फसलें भारी बारिश की वजह से नष्ट हो चुकी हैं.मानो हालात यह है कि किसान अब आत्महत्या की गुहार लगा रहा है. प्रकृति के इस प्रकोप से किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है. किसानों की माने तो कर्जा लेकर उन्होंने फसल बोई थी और दवाई के लिए भी कर्जा लिया था लेकिन उस कर्ज को वापस करने के लिए एकमात्र साधन खेती थी इस खेती की फसल चौपट हो जाने से किसान काफी चिंतित है किसान अब खेती नष्ट होने से लिए गए कर्ज की वजह से खासा परेशान है. इसकी शिकायत किसानों ने जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से की लेकिन आज तक कोई भी अमला गरीब किसानों की सुध लेने नहीं पहुंचा. अन्नदाता अब आगे अन्य उगाने के लिए सोचने पर मजबूर है कि कहीं ठंड में भी ओलावृष्टि ना हो जाए और उनकी फसल चौपट हो जाए. ऐसे में किसान आगे की खेती करने का मन भी नहीं बना रहे हैं. जब अन्नदाता उगाने का काम बंद कर देगा तो लोगों की मुश्किलें भी बढ़ जाएंगी. हर व्यक्ति के जीवन में अन्न का बहुत महत्व है. लेकिन इस अन्न को आने वाला ही अब संकट में है. सतना जिले के अधिकांश गांव में किसानों की स्थिति दयनिय हुई है. गांव के सरपंच का कहना है कि इसकी पूरी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी मैदानी अमला इनके पास तक नहीं पहुंचा ना ही किसानों की कोई सुनने वाला है. इस बारे में जब ईटीवी भारत द्वारा सतना एसडीएम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने कई गांव का निरीक्षण किया है जहां किसान की फसलों का नुकसान हुआ है इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा इसका सर्वे कराया जाएगा और उसके बाद किसानों को उसके नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा ।


Conclusion:byte --
रघुराज सिंह -- किसान ।
byte --
संतपाल -- किसान ।
byte --
उपेंद्र सेन -- किसान नेता ।
byte --
गोटइलाल कोरी -- सरपंच सोहावल ब्लाक कुड़िया गांव ।
byte --
पीएस त्रिपाठी -- एसडीएम सतना ।

PTC --
प्रदीप कश्यप ETV भारत संवददाता जिला
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.