सागर। शहर का लाखा बंजारा झील सागर की ऐतिहासिक धरोहर है जो कि शहर के बीचों बीच बसा है, सालों से ये तालाब राजनीति का केन्द्र बना हुआ है नगर निगम के चुनाव हो या विधानसभा, सभी में तालाब की सफाई और सौंदर्यीकरण एक अहम मुद्दा है जिसे लेकर तमाम नेता वादे तो करते हैं लेकिन तालाब दिन ब दिन मैला और अपने अस्तित्व को खोता जा रहा है,और पूरी तरह से दूषित हो गया है, वहीं इस तालाब को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सफाई और सौंदर्यीकरण प्रस्तावित की गई है जिसमें 106 करोड़ रुपये तालाब की सफाई में लगने हैं , लेकिन इसकी सफाई एक विवाद का मुद्दा बन चुकी है.
कई जनप्रतिनिधि और समार्ट सिटी प्रोजेक्ट की टीम ने इस तालाब को जेसीबी से साफ करने के लिए टेंडर तक आंमत्रित किया हुआ है, वहीं शहर के युवा और बुद्धिजीवी वर्ग इसे हैदराबाद के झील की तर्ज पर ड्रेज़र मशीन से साफ करने की मांग कर रहे हैं , जिसको लेकर शहर भर के सर्वदलीय युवा 22 सितंबर से लगातार आंदोलन कर रहे हैं, इसी तारतम्य में इन युवाओं ने झील के दूषित हो चुके पानी में दिन भर जल सत्याग्रह कर अपना विरोध प्रदर्शन किया. इन युवाओं का आरोप है कि झील को कई बार साफ करने की कोशिश की जा चुकी है पर भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं हुआ है, जिसके लिए अब झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से होनी चाहिए.