सागर| एक्जिट पोल में बहुमत के आसार दिखते ही मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. जिस पर कमलनाथ सरकार के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पलटवार करते हुए गोपाल भार्गव को नसीहत दी और कहा कि आप बड़ी मुश्किल से नेता प्रतिपक्ष बन पाए हैं. अब विपक्ष की अच्छी भूमिका निभाइए. बीजेपी की हालत उस कहावत जैसी है 'जूट न कपास, जुलाहों में लट्ठम लठ.'
विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीजेपी कमलनाथ सरकार को भंग कर दोबारा मध्यप्रदेश की सत्ता पाने की कोशिश कर रही है. गोपाल भार्गव ने सरकार के अल्पमत में होने का हवाला देते हुए फ्लोर टेस्ट कराने का आग्रह किया है, जिस पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पूरे 5 साल चलेगी. कांग्रेस को जनता ने जनादेश दिया है और कांग्रेस के विधायक पूरी तरह से संगठित हैं.
गोविंद सिंह ने कहा कि जब बीजेपी विपक्ष में आयी तो गोपाल भार्गव लंबे समय तक नेता प्रतिपक्ष बने रहने की ख्वाहिश रखते थे. अब जब उन्हें मौका मिला है तो उन्हें विपक्ष में रहकर नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अच्छे से निभानी चाहिए, न कि शक्ति प्रदर्शन कर अविश्वास जैसी बातें सोचकर सरकार गिराने के सपने देखने चाहिए. बीजेपी अति उत्साह में है, इसलिए एग्जिट पोल के बाद 23 मई का इंतजार भी नहीं कर सकी और अविश्वास की बातें करने लगी.