सागर। इन दिनों जहां देशभर में लॉकडाउन घोषित है, लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने की बमुश्किल अनुमति मिल रही है. ऐसे में सागर जिले के बंडा में जैन मुनि के आगमन पर हजारों लोगों द्वारा लॉकडाउन के नियमों को तोड़कर सड़कों पर उतरने का वीडियो वायरल हो रहा है. ईटीवी भारत के सवाल पर सागर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने जांच का आश्वासन दिया है.
भाग्योदय में रुके थे जैन मुनि
गौरतलब है कि, जैन मुनि प्रमाण सागर महाराज सागर के भाग्योदय हॉस्पिटल में भी रुके थे, जहां इलाज के बाद रेफर किए गए एक व्यक्ति की भोपाल में मौत हो गई थी, जो कि कोरोना संक्रमित पाया गया था. सागर में भाग्योदय के स्टाफ और कुछ डॉक्टरों की भी जांच की गई. जिसमें एक रेडियोग्राफर भी कोरोना संक्रमित पाया गया. पूरे अस्पताल को कंटेनमेंट एरिया में तब्दील कर दिया गया. इस अस्पताल परिसर से लगा हुआ जैन धर्मशाला भी है, जो कि भाग्योदय अस्पताल का ही हिस्सा है, जहां जैन मुनि सहित उनके अनुयाई रुकते हैं.
एक व्यक्ति ने की जैन मुनि के आगमन की पुष्टि
अब सवाल ये है कि, इस तरह से प्रतिबंधित क्षेत्र से एक जैन संत का दूसरे स्थान पर जाना और वहां इस तरह हजारों लोगों का सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बनाते हुए लॉकडाउन तोड़कर सड़कों पर उतरना कितना जायज है. अगर ये वीडियो सही है, तो सागर में प्रशासनिक व्यवस्था बंडा में दम तोड़ चुकी है. ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी. हालांकि इस वीडियो की जानकारी लेने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम ने बंडा पुलिस से चर्चा की, तो उन्होंने ऐसी किसी भी घटना से इनकार करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया. जबकि समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति ने भीड़ की तो नहीं, पर मुनि प्रमाण सागर के 10 मई को बंडा आने और 11 मई 2020 को उनके वहां से जाने की पुष्टि की है.
कलेक्टर ने नहीं दी कोई जानकारी
सागर कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक ने इस विषय में जानकारी मांगने पर कोई जवाब नहीं दिया, जबकि सागर पुलिस अधिक्षक ने ईटीवी भारत से खुद के छुट्टी पर होने की वजह से वीडियो के विषय में जानकारी नहीं होने की बात कही. साथ ही वीडियो की जांच करवाने का आश्वासन दिया. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टी नहीं करता है, लेकिन अगर इस वायरल वीडियों में सच्चाई है, तो इस तरह धर्म के नाम पर सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का मजाक बनाना सागर की जनता को भारी पड़ सकता है.