सागर। जिले की रहली विधानसभा क्षेत्र में पिछले दिनों मंदिर से पैसे चुराने वाली नाबालिग की चोरी की दास्तां मीडिया में प्रकाशित होने के बाद मंत्री उसकी झोपड़ी तक पहुंच गए, लेकिन दो माह बाद भी मासूम गरीब के परिवार को कोई भी लाभ नहीं मिला है. सभी लाभ कागजों में उलझी हुई है. वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने फेसबुक पर नाबालिग के वर्तमान हालात पर प्रशासन पर तंज कसा है.
तारीख बदली, लेकिन नहीं बदली गरीब परिवार की स्थिति
तारीख और अखबार की सुर्खियां दोनों ही बदल गए, पर नाबालिग मासूम की हालात नहीं बदली है. एसडीएम ने गैस चूल्हा और सिलेंडर तो दे दिया, लेकिन कनेक्शन नहीं मिला है. नगर पालिका द्वारा राशन कार्ड में नाम जोड़ने के बाद भी अभी तक राशन नहीं मिल रहा है. प्रदेश के मुखिया ने एक लाख रुपए सहायता राशि देने का वादा किया था, लेकिन अब तक सहायता राशि भी नहीं मिली है. तमाम वादे और दावे के बाद भी गरीब परिवार को अब तक लाभ नहीं मिल सका है.
नहीं मिला मासूम को उसका हक
मासूम की लाचारी सुर्खियों में तब्दील होते ही मानो सारे सिस्टम की संवेदना उसकी तरफ हो गई और योजनाओं के लिए उसे पात्र घोषित कर दिया गया, लेकिन दो महीने बाद जब नेता प्रतिपक्ष के बेटे अभिषेक भार्गव वहां अचानक पहुंचे तो उन्होंने फेसबुक पर नाबालिग के वर्तमान हालात को दर्शाते हुए प्रशासन और सरकार पर तंज कसा है. वहीं उन्होंने कहा कि वे राजनीति करने नहीं बल्कि मासूम को उसका हक दिलाने पहुंचे थे.
रहली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव लंबे समय से विधायक पद पर काबिज है, जबकि वर्तमान में सरकार कांग्रेस की है. इस मामले में लगातार दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, लेकिन अफसोस कि राजनीतिक मैदान में एक गरीब परिवार फुटबॉल की तरह यहां से वहां भटकने को मजबूर हो गया है.