सागर। कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of corona) ने पूरे प्रदेश और देश में हाहाकार मचा दिया है. कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए सरकार की व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं. ऑक्सीजन और रेमदेसीविर इंजेक्शन की मांग (Demand for oxygen and ramdesivir injection )को लेकर प्रदेश में हाहाकार मचा है. इन हालातों में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव (PWD Minister Gopal Bhargava) जिन्हें प्रदेश में ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनका कहना है कि एक हफ्ते के अंदर प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत से छुटकारा मिल जाएगा. पीडब्ल्यूडी विभाग, ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारियों में जुट गया है और हफ्ते 10 दिन के बाद प्रदेश में बड़े पैमाने पर सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा. वहीं उन्होंने रेमदेसीविर इंजेक्शन को लेकर कहा है कि सरकार ने इंजेक्शन का निर्माण करने वाली कंपनियों को फ्री हैंड दे दिया है, आने वाले समय में किल्लत दूर हो जाएगी.
एक हफ्ते बाद नहीं रह जाएगी ऑक्सीजन की कमी
मंत्री गोपाल भार्गव को प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव (PWD Minister Gopal Bhargava) ने बताया है कि ऑक्सीजन के लिए प्लेटफार्म तैयार करने का काम, जिसके ऊपर आक्सीजन के सिलेंडर और उपकरण रखे जाएंगे. उसके बाद जिले में ऑक्सीजन बांटने का काम होना है. इसके लिए पीडब्ल्यूडी को प्लेटफार्म बनाने का काम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने सौंपा है. इस काम को करने में राज्य सरकार त्वरित गति से जुट गए हैं, एक सप्ताह में यह काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद राज्य सरकार, भारत सरकार को सूचना देंगी कि हमारी सब कुछ तैयारी हो गई है और भारत सरकार हमें अनुमति देगी, उसके बाद सभी बाधाएं समाप्त हो जाएंगी. उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि अगले एक हफ्ते में यह सब व्यवस्था हो जाएगी. यह प्रबंध हो गए और जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि उद्योगों की ऑक्सीजन पर रोक लगा रहे हैं और जो लगातार में हमें ऑक्सीजन मिल रही है, मुझे लगता है कि एक हफ्ते बाद ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रह जाएगी.
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जल्द सुधर जाएगी रेमेडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था
रेमदेसीविर इंजेक्शन को लेकर मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि मुझे जहां तक जानकारी है कि एक सप्ताह बाद इसकी भी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी, जो इंजेक्शन की कालाबाजारी (Black marketing of injections) और जमाखोरी की खबरें मिल रही है. ऐसी स्थिति में भारत सरकार ने सभी फार्मा कंपनियों को फ्री हैंड कर दिया है. अभी तो राज्य सरकार हेलीकॉप्टर और विमान के जरिए डिलीवरी कर रही थी. राज्य सरकार ही वितरण करा रही थी और अधिकारी नियंत्रित कर रहे थे. अब सभी निर्माता कंपनियों को फ्री हैंड मिल गया है. मेरी जानकारी है कि 8 दिन बाद जितनी मात्रा में रेमदेसीविर इंजेक्शन हो जाएंगे कि लेने वाले नहीं रहेंगे, अब इनका काम सरकार के नियंत्रण में नहीं रहेगा. डीलर और स्टॉकिस्ट के नियंत्रण में होगा, राज्य सरकार सिर्फ सुपर विजन करेगी.