सागर। सोमवार को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) का पर्व मनाया गया. इस अवसर पर 'टेलीविजन के श्रीकृष्ण' नीतीश भारद्वाज सागर (Sagar) जिले के रहली नगर स्थित 300 साल पुराने भगवान विट्ठल के मंदिर (Vitthal Temple) में पूजा-अर्चना करने पहुंचे. महाराष्ट्र के पंढरपुर की तर्ज पर बने मंदिर को मराठा शासकों द्वारा बनवाया गया था. मंदिर में भगवान विट्ठल की प्रतिमा स्थापित है. देवउठनी एकादशी के दिन पंढरीनाथ मंदिर में विशेष पूजन होता है. इस विशेष पूजन में धारावाहिक महाभारत के श्रीकृष्ण नीतीश भारद्वाज शामिल हुए. इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से भी बात की.
सागर जिले के रेहली नगर के पंढरपुर में भगवान विट्ठल का ऐतिहासिक मंदिर है. इस मंदिर की स्थापना 1790 में तत्कालीन मराठा शासकों ने कराई थी. कहा जाता है सागर के महाराज खेर की पत्नी लक्ष्मी बाई खेर भगवान विट्ठल की भक्त थी और उन्होंने अपने शासनकाल में सागर (Sagar) के आसपास कई मंदिरों का निर्माण कराया था. महारानी लक्ष्मी बाई खेर के लिए सुनार नदी के तट पर महाराष्ट्र के पंढरपुर के जैसी समानताएं नजर आई थी, इसलिए उन्होंने पंढरपुर गांव बसाकर भगवान विट्ठल का मंदिर स्थापित कराया था. हर साल देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) के अवसर पर यहां विशेष-पूजन का आयोजन होता है. देश और विदेश में बसे विट्ठल भगवान के भक्त दर्शन के लिए रेहली पहुंचते हैं.
टेलीविजन के श्रीकृष्ण नीतीश भारद्वाज ने की पूजा
देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) के पर्व पर रहली के भगवान विट्ठल के मंदिर (Vitthal Temple) में होने वाली विशेष पूजा में इस बार अभिनेता नीतीश भारद्वाज पहुंचे. धारावाहिक महाभारत में भगवान कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज ने मंदिर के विशेष पूजन में हिस्सा लिया. उन्होंने महाराष्ट्र के पंढरपुर मंदिर और रेहली के पंढरपुर मंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि दोनों मंदिर की गरिमा भक्तों के भाव से है. बता दें कि ये मंदिर करीब 300 साल पुराना है. बाजीराव पेशवा से जब महाराज छत्रसाल ने मदद मांगी थी और उनकी सेना ने मदद भी की थी, उस काल का यह मंदिर है. पिछले 300 सालों से यहां के लोगों के भगवान विट्ठल के प्रति भक्ति भाव ने मंदिर के महत्व को बढ़ाया है.
राममंदिर बनने पर जताई खुशी
अभिनेता भारद्वाज ने भगवान विट्ठल की पूजा-अर्चना के बाद मीडिया से भी कई विषयों पर बात की. जहां उन्होंने राम मंदिर बनने को लेकर खुशी जताई और इसे राजनीति का नहीं बल्कि आस्था का मुद्दा बताया. वहीं उन्होंने हिंदुत्व (Hindutva) को लेकर सलमान खुर्शीद (salman khurshid) की किताब को लेकर अनभिज्ञता जताई. उन्होंने आजादी को लेकर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के बयान के सवाल को भी टाल दिया.