सागर। शहर की पेयजल परियोजना, राजघाट परियोजना को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का मामला सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने प्रश्नकाल में उठाया. मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन के प्रश्नकाल में शैलेंद्र जैन ने यह मुद्दा उठाया. विधायक शैलेंद्र जैन के सवाल पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने विधिवत सर्वे कराकर पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है.
प्रश्नकाल में सागर विधायक ने उठाया मुद्दा
सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान सागर की महत्वपूर्ण राजघाट बांध पर बनी जल प्रदाय योजना के संबंध में कहा कि राजघाट बांध सागर की जल प्रदाय योजना का महत्वपूर्ण केंद्र है. यहां बड़ी संख्या में सैलानियों की आवाजाही होती है. यह लगभग 567 हेक्टेयर में जलभराव की योजना है और आगामी सालों में बांध की ऊंचाई डेढ़ मीटर बढ़ाए जाने की सहमति के बाद 400 हेक्टेयर जमीन पर और जलभराव होगा.
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सागर से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर यह बहुत बड़ी जल संरचना विकसित हो रही है. यहां पर रोजाना बड़ी संख्या में सैलानियों का आना जाना होता है, यदि इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा, तो बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि सागर नगर निगम इसके लिए नि:शुल्क जमीन देने के लिए तैयार है. पर्यटन विभाग का अलग से खर्च नहीं होगा. सागर में पर्यटन विभाग एक मोटेल का निर्माण कर रहा है. जिसका निर्माण जनभागीदारी से किया जाना है.
पर्यटन मंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दी
सागर विधायक द्वारा प्रश्नकाल के माध्यम से उठाए गए इस मुद्दे पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने विधायक को आश्वस्त करते हुए कहा है कि हम डीटीडीसी से सर्वे करा रहे हैं और जैसे ही बजट की उपलब्धता होगी, हम योजना को क्रियान्वयन करेंगे.