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फिर होगा 2 सौ वर्ष पुराने मेले का आयोजन, राज्यपाल समेत कई बड़े नेता होंगे शामिल - mp political leaders participation in rahas fair

कोरोना काल में पिछले 2 सालों से आयोजित नहीं हो सका गढ़ाकोटा का ऐतिहासिक "रहस मेला" इस बार भव्यता के साथ आयोजित होने जा रहा है. गढ़ाकोटा के राजा महाराजा मर्दन सिंह जूदेव की स्मृति में आयोजित होने वाले मेले को मंत्री गोपाल भार्गव ने एक नया स्वरूप दिया है. मेले में लोगों के मनोरंजन के साथ जनोपयोगी शिविर भी लगाए जाते हैं. जिसमें लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जाता है. मनोरंजन के लिए मशहूर राई नृत्य का आयोजन भी किया जाता है.

sagar rahasmela garhakota
सागर रहस मेला 2022
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Published : Mar 9, 2022, 2:06 PM IST

सागर। दो साल के अंतराल के बाद आयोजित होने जा रहे रहस मेले का उद्घाटन मप्र के राज्यपाल मंगू भाई पटेल करेंगे. मेले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल होंगे. इसके अलावा कई केंद्रीय और राज्य के मंत्री इस आयोजन में हिस्सा लेंगे. 200 साल से लगातार आयोजित हो रहे रहस मेले को मंत्री गोपाल भार्गव ने अलग स्वरूप दिया है. ऐतिहासिकता के साथ-साथ उन्होंने मेले को जनकल्याण से जोड़ा है. पशुओं के बाजार के अलावा महिलाओं, बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ जनकल्याणकारी कार्यों के शिविर लगाए जाते हैं.

मेले का गौरवशाली इतिहास
गढ़ाकोटा में आयोजित होने वाले "रहस मेले" का इतिहास 200 साल से ज्यादा पुराना है. रहस मेले का आयोजन गढ़ाकोटा के राजा महाराजा मर्दन सिंह जूदेव की स्मृति में किया जाता है. मुख्य रूप से मेला किसानों और पशुपालकों के लिए आयोजित होता है. काफी संख्या में देशभर के पशु क्रय-विक्रय के लिए आते हैं. मनोरंजन के लिए बुंदेलखंड की मशहूर राई लोक नृत्य का आयोजन किया जाता है. मेले का इतिहास भारत के स्वतंत्रता संग्राम इतिहास से जुड़ा है. क्रांतिकारी गुपचुप तरीके से जुटकर अपनी रणनीति बनाते थे.

sager Rahas Mela
मनोरंजन के लिए मशहूर राई नृत्य

बुंदेली मेला में बड़ा मलहरा, हटा और पवई विधायक ने राई और फाग गाकर बांधा समा

राज्यपाल करेंगे शुभारंभ मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सिंधिया होंगे शामिल

रहस मेले का उद्घाटन 10 मार्च को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल करेंगे. इसके बाद 11 मार्च को रहस मेले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होंगे. 12 मार्च को मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्री और कई केंद्रीय मंत्री रहस मेले की शोभा बढ़ाएंगे. पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि ऐतिहासिक गौरव के साथ मनोरंजन और जनउपयोगी कार्यों के लिए रहस मेला एक ऐसा अवसर है. लोगों को भोपाल और सागर जाए बिना अपना काम कराने का मौका मिल जाता है.

बातों-बातों में मंत्री गोपाल भार्गव ने सीएम शिवराज पर साधा निशाना, आप भी सुनें

जनोपयोगी कार्यों के लिए लगाए जाएंगे लोककल्याण शिविर
रहस मेले के आयोजक पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि, हर साल की तरह इस साल भी रहस मेले का भव्य आयोजन होगा. मेले में एक पंडाल के नीचे लोकोपयोगी काम किए जाएंगे. स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, निशक्तजन के लिए जरूरी उपकरण, कृषि यंत्रों का प्रदर्शन, उन्नत बीज की जानकारी, आजीविका और ग्रामोद्योग के स्टाल लगेंगे. बताया जाएगा कि स्व-सहायता समूह के माध्यम से कैसे आय प्राप्त की जा सकती है. मेले में निशक्त जनों के लिए मेडिकल बोर्ड द्वारा तत्काल निशक्तता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन भी स्वीकृत की जाएगी.

मनोरंजन के लिए मशहूर राई नृत्य का होगा आयोजन
मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि लोग अपने काम के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं. उनके लिए रहस मेला एक तरह से वरदान है. ये मेला बहुउद्देशीय है. 214 वर्ष से लगातार आयोजित हो रहे मेले को पिछले 25 सालों में मैंने लोकोपयोगी बनाने की कोशिश की है. बुंदेलखंड के लोग प्रतीक्षा करते हैं कि रहस मेला कब आए और हम इसका लाभ उठा सकें. लोकरंजन, मनोरंजन के भी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. बुंदेलखंड के लोक नृत्य राई का आयोजन 10 और 11 मार्च की रात्रि को किया जाएगा. बच्चों के झूले, महिलाओं और परिवारों के मनोरंजन के लिए भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

सागर। दो साल के अंतराल के बाद आयोजित होने जा रहे रहस मेले का उद्घाटन मप्र के राज्यपाल मंगू भाई पटेल करेंगे. मेले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल होंगे. इसके अलावा कई केंद्रीय और राज्य के मंत्री इस आयोजन में हिस्सा लेंगे. 200 साल से लगातार आयोजित हो रहे रहस मेले को मंत्री गोपाल भार्गव ने अलग स्वरूप दिया है. ऐतिहासिकता के साथ-साथ उन्होंने मेले को जनकल्याण से जोड़ा है. पशुओं के बाजार के अलावा महिलाओं, बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ जनकल्याणकारी कार्यों के शिविर लगाए जाते हैं.

मेले का गौरवशाली इतिहास
गढ़ाकोटा में आयोजित होने वाले "रहस मेले" का इतिहास 200 साल से ज्यादा पुराना है. रहस मेले का आयोजन गढ़ाकोटा के राजा महाराजा मर्दन सिंह जूदेव की स्मृति में किया जाता है. मुख्य रूप से मेला किसानों और पशुपालकों के लिए आयोजित होता है. काफी संख्या में देशभर के पशु क्रय-विक्रय के लिए आते हैं. मनोरंजन के लिए बुंदेलखंड की मशहूर राई लोक नृत्य का आयोजन किया जाता है. मेले का इतिहास भारत के स्वतंत्रता संग्राम इतिहास से जुड़ा है. क्रांतिकारी गुपचुप तरीके से जुटकर अपनी रणनीति बनाते थे.

sager Rahas Mela
मनोरंजन के लिए मशहूर राई नृत्य

बुंदेली मेला में बड़ा मलहरा, हटा और पवई विधायक ने राई और फाग गाकर बांधा समा

राज्यपाल करेंगे शुभारंभ मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सिंधिया होंगे शामिल

रहस मेले का उद्घाटन 10 मार्च को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल करेंगे. इसके बाद 11 मार्च को रहस मेले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होंगे. 12 मार्च को मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्री और कई केंद्रीय मंत्री रहस मेले की शोभा बढ़ाएंगे. पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि ऐतिहासिक गौरव के साथ मनोरंजन और जनउपयोगी कार्यों के लिए रहस मेला एक ऐसा अवसर है. लोगों को भोपाल और सागर जाए बिना अपना काम कराने का मौका मिल जाता है.

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जनोपयोगी कार्यों के लिए लगाए जाएंगे लोककल्याण शिविर
रहस मेले के आयोजक पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि, हर साल की तरह इस साल भी रहस मेले का भव्य आयोजन होगा. मेले में एक पंडाल के नीचे लोकोपयोगी काम किए जाएंगे. स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, निशक्तजन के लिए जरूरी उपकरण, कृषि यंत्रों का प्रदर्शन, उन्नत बीज की जानकारी, आजीविका और ग्रामोद्योग के स्टाल लगेंगे. बताया जाएगा कि स्व-सहायता समूह के माध्यम से कैसे आय प्राप्त की जा सकती है. मेले में निशक्त जनों के लिए मेडिकल बोर्ड द्वारा तत्काल निशक्तता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन भी स्वीकृत की जाएगी.

मनोरंजन के लिए मशहूर राई नृत्य का होगा आयोजन
मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि लोग अपने काम के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं. उनके लिए रहस मेला एक तरह से वरदान है. ये मेला बहुउद्देशीय है. 214 वर्ष से लगातार आयोजित हो रहे मेले को पिछले 25 सालों में मैंने लोकोपयोगी बनाने की कोशिश की है. बुंदेलखंड के लोग प्रतीक्षा करते हैं कि रहस मेला कब आए और हम इसका लाभ उठा सकें. लोकरंजन, मनोरंजन के भी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. बुंदेलखंड के लोक नृत्य राई का आयोजन 10 और 11 मार्च की रात्रि को किया जाएगा. बच्चों के झूले, महिलाओं और परिवारों के मनोरंजन के लिए भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

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