सतना। वायु प्रदूषण को लेकर पूरी दुनिया में हुए सर्वे में भारत को तीसरा स्थान मिला है. जबकि दक्षिण एशियाई देशों के शहरों में मध्यप्रदेश के सतना को 9वां और क्लीन सिटी में सतना को पहला स्थान हासिल हुआ है. वहीं देश के सबसे प्रदूषित शहरों में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को शामिल किया गया है. सतना शहर को क्लीन सिटी शहर में शामिल होने पर प्रदूषण विभाग और नगर निगम ने खुशी जताई है.
सतना शहर स्मार्ट सिटी में चयनित शहर है. यहां नियोजित ढंग से विकास कार्य योजना बन चुकी और कार्य भी चल रहे हैं. पूरे शहर के चौराहों का भी सौंदरीकरण का काम निरंतर जारी है और साफ-सफाई के लिए लगातार जागरूकता अभियान और कचरा गाड़ी चलाई जा रही हैं. ऐसे में इसका असर भी देखने को मिल रहा है.
क्लीन सिटी में बनाई जगह
सतना जिले में सीमेंट फैक्ट्री के बावजूद वायु प्रदूषण जनजीवन के लिए नुकसानदायक नहीं है. ताजा सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक शहर को क्लीन सिटी का दर्जा मिला है. जो दक्षिण एशिया के देशों का पहला शहर है. जिसे क्लीन सिटी में शामिल किया गया. देश के अन्य कोई भी शहर इस दौड़ में शामिल तक नहीं हो पाए हैं.
'निरंतर प्रयास से मिली सफलता'
प्रदूषण विभाग अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. लैब की सुविधा बनाई गई है साथ ही इसके द्वारा प्रतिदिन प्रदूषण की जांच की जाती है और रोकथाम के लिए नए प्रयास किए जा रहे हैं और इसके लिए जिला प्रशासन,नगर निगम प्रयास रहा है .
प्रदूषण को लेकर फैक्ट्रियों को दी गई समझाइश
सतना में सीमेंट फैक्ट्रियों के लिए भी लगातार हिदायत देकर वायु प्रदूषण को लेकर समझाइश दी जाती है. पूरे भारत में सतना को 9वां स्थान प्राप्त हुआ है. ऐसे में प्रदूषण विभाग के साथ जिले भर में खुशी का माहौल है. वायु प्रदूषण को लेकर निगरानी की जा रही है. इसी का नतीजा है कि करीब 15 लाख की आबादी वाला सतना शहर की हवा अब प्रदूषित नहीं है.