सागर। शहर की गोपालगंज थाना पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे़ हो रहे हैं. दरअसल, पुलिस ने एक शातिर चोर की मौत के बाद उसकी पत्नी की शिकायत पर चोरी से इकट्ठी की गई संपत्ति की तलाश में कानून ताक पर रखकर जुट गई. चोर की पत्नी के संदेह व्यक्त करने पर पुलिसकर्मियों ने एक व्यक्ति को इतना पीटा कि वो अधमरा हो गया. जिसके बाद पुलिसकर्मी घायल को अस्पताल में छोड़कर भाग गए.
दरअसल, गोपालगंज थाने के एसआई समेत पांच पुलिसकर्मियों पर अब्दुल जावेद नाम के ट्रेलर की पिटाई करने का गंभीर आरोप लगा है. पुलिस पर आरोप है कि लाजपतपुरा वार्ड निवासी अब्दुल जावेद को पुलिस ने बेवजह इतना मारा कि उसकी हालत बिगड़ गई. फिलहाल, इस मामले में एसपी ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
क्या था मामला
बता दें कि सागर समेत विदिशा और राजस्थान के कई थानों के मोस्ट वांटेड चोर नईम उर्फ बल्लू गलकट की राहतगढ़ में पिछले दिनों मौत हो गई थी. उसके बाद से ही चोर द्वारा चोरी से जुटाए गए लाखों रुपए की नकदी और जेवरात को लेकर चर्चाएं सामने आई थी. हाल ही में अचानक से मृत चोर की पत्नी गोपालगंज थाना पहुंची, जो खुद हत्या के मामले में आरोपी है. चोर की पत्नी ने पुलिस को बताया कि मेरे पति के नगदी, जेवरात शनीचरी निवासी दर्जी अब्दुल जावेद के पास हैं. पुलिस बिना किसी देरी के तत्काल प्रभाव से दर्जी को घर से उठा लाई और जब तक पिटाई की, जब तक वह बेहोश नहीं हो गया. पिटाई से हालत बिगड़ने पर पुलिसकर्मी उसे अस्पताल में छोड़ कर फरार हो गए. हालत नाजुक होने पर उसे जिला अस्पताल से बीएमसी रैफर करना पड़ा.
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एसपी ने दिए विभागीय जांच के आदेश
इस मामले में पीड़ित दर्जी अब्दुल जावेद की शिकायत पर एसपी अतुल सिंह ने सीएसपी रवींद्र मिश्रा को गोपालगंज के थाना प्रभारी समेत अन्य चार पुलिसकर्मियों की इस मामले में भूमिका को लेकर जांच सौंप दी. ऐसे में सवाल उठता है कि हत्या के मामले में खुद आरोपी रही मृतक चोर की बीवी की शिकायत पर पुलिस ने यकीन क्यों किया. साथ ही बिना जांच पड़ताल के दर्जी को थाने ले जाकर बेरहमी से क्यों पीटा? वहीं, हालत बिगड़ने पर अस्पताल छोड़कर क्यों भाग गए?