सागर। पिछले दिनों सीधी में हुए बस हादसे के बाद शासन, प्रशासन और बस चालकों ने कोई सबक नहीं लिया है. सीधी बस हादसे की एक बड़ी वजह बसों में ओवरलोडिंग बताई जा रही है, लेकिन प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के गृह जिले सागर में यह हालात हैं कि अभी भी सड़कों पर ओवरलोडिंग बसे फर्राटे से दौड़ रही हैं. हालांकि सीधी हादसे के बाद परिवहन विभाग सागर जिले में बड़े पैमाने पर चेकिंग अभियान चला रहा है. लेकिन बसों के हालात देखकर लग नहीं रहा है कि सीधी हादसे से कोई सबक लिया गया है.
हादसे के बाद सड़कों पर उतरा परिवहन अमला
सीधी में हुए बस हादसे के बाद पूरे प्रदेश में परिवहन अमला सड़कों पर नजर आ रहा है. प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के गृह जिले सागर में भी परिवहन विभाग ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया है. राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर आज परिवहन विभाग के उड़न दस्ते ने बसों की विशेष चेकिंग की. इस चेकिंग के दौरान देखने में आया कि हादसे को लेकर पहले से सतर्क वाहन चालक बसों के आवश्यक दस्तावेज तो पूरे किए हुए हैं, लेकिन सीधी बस हादसे का बड़ा कारण मानी जा रही बसों की ओवरलोडिंग की समस्या को लेकर बेफिक्र हैं.
रीवा में 50 बसों पर हुई कार्रवाई, 49 हजार रुपये का चालान काटा
20 से अधिक बसों के कटे चालान
सीधी बस हादसे के बाद सागर में पिछले 3 दिनों से विशेष चेकिंग अभियान की शुरुआत की गई है. इसी सिलसिले में अब तक 20 बसों पर चालानी कार्रवाई की गई है और तीन बसों को जब्त किया गया है.
ओवरलोडिंग को लेकर चलेगा विशेष अभियान
एआरटीओ संतोष सिंह गौतम का कहना है कि सीधी बस हादसे के बाद परिवहन विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. बसों के दस्तावेज, परमिट, फिटनेस, बीमा और इमरजेंसी गेट चालू हालत में है कि नहीं, उसके आगे सीट तो नहीं लगाई गई है. इस सभी की जांच की जा रही है. फर्स्ट एड बॉक्स और अग्निशमन यंत्र की स्थिति का भी जायजा लिया जा रहा है. सागर में पिछले 3 दिनों में 20 बसों पर चालानी कार्रवाई की गई है और 3 बसों को जब्त किया गया है. ओवरलोडिंग को लेकर एआरटीओ को कहना है कि देखने में आ रहा है कि कई बस संचालक अभी भी समझ नहीं रहे हैं कि जो घटनाएं होती हैं, उसमें ओवरलोडिंग बड़ा कारण होती है. क्षमता के अनुसार सवारी बिठाने इसके लिए भी विशेष अभियान चलाया जा रहा है.