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सांसद वीरेंद्र खटीक को केंद्रीय मंत्रिमंडल में मिली जगह, परिवार में जश्न का माहौल - सांसद वीरेंद्र खटीक को केंद्रीय मंत्री पद

टीकमगढ़ से बीजेपी सांसद वीरेंद्र खटीक को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. जिसके बाद उनके परिवार में खुशी की लहर देखी जा रही है.

virendra khatik
सांसद वीरेंद्र खटीक
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Published : Jul 7, 2021, 10:04 PM IST

सागर। बुधवार को मोदी कैबिनेट का विस्तार हुआ. जिसमें 7 बार के सांसद रहे वीरेंद्र कुमार खटीक को भी जगह मिली है. वीरेंद्र खटीक चार बार सागर और तीन बार टीकमगढ़ से सांसद रहे हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी सांसद वीरेंद्र खटीक को जगह मिली थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद उनके परिजनों में खुशी की लहर है.वीरेंद्र खटीक के सागर स्थित पैतृक निवास पर जमकर जश्न मना गया, आतिशबाजी के साथ खूब मिठाइयां बांटी गईं.

परिवार में जश्न का माहौल

संघर्षपूर्ण रहा राजनीतिक सफर

डॉ. वीरेन्द्र खटीक का जन्म 27 फरवरी 1954 को सागर में हुआ था. पांचवी क्लास से वे अपने पिता के साथ साइकिल सुधारने की दुकान पर काम करने लगे थे. सागर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने तक डॉ. वीरेन्द्र खटीक ने पिता के साथ साइकिल की दुकान पर पंचर बनाने का काम किया. 4 बार वे सागर से सांसद रहे हैं और 3 बार वो टीकमगढ़ से सांसद रह चुके हैं.

Modi Cabinet Expansion : 43 मंत्रियों ने ली शपथ, पीएम बोले- समृद्ध भारत के लिए करेंगे काम

सादगी के लिए पहचाने जाते हैं वीरेंद्र खटीक

डॉ. वीरेंद्र कुमार अपनी सादगी और सीधेपन के लिए जाने जाते हैं. डॉ. खटीक सफेद कुर्ता-पजामा पहनकर अपने पुराने हरे रंग के स्कूटर के साथ अक्सर शहर में घूमने निकल जाते हैं. कई बार चाय की दुकानों पर पहुंचकर वो लोगों से सीधा संवाद करते हैं. वैसे तो डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक सादगी पसंद है लेकिन कुछ समय पहले विधायक और सांसद के बीच नोकझोंक को लेकर वे चर्चा में आए थे. विधायक ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे. बाद में विधायक ने अपने बयानों के लिए माफी भी मांगी थी.

सागर। बुधवार को मोदी कैबिनेट का विस्तार हुआ. जिसमें 7 बार के सांसद रहे वीरेंद्र कुमार खटीक को भी जगह मिली है. वीरेंद्र खटीक चार बार सागर और तीन बार टीकमगढ़ से सांसद रहे हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी सांसद वीरेंद्र खटीक को जगह मिली थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद उनके परिजनों में खुशी की लहर है.वीरेंद्र खटीक के सागर स्थित पैतृक निवास पर जमकर जश्न मना गया, आतिशबाजी के साथ खूब मिठाइयां बांटी गईं.

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डॉ. वीरेन्द्र खटीक का जन्म 27 फरवरी 1954 को सागर में हुआ था. पांचवी क्लास से वे अपने पिता के साथ साइकिल सुधारने की दुकान पर काम करने लगे थे. सागर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने तक डॉ. वीरेन्द्र खटीक ने पिता के साथ साइकिल की दुकान पर पंचर बनाने का काम किया. 4 बार वे सागर से सांसद रहे हैं और 3 बार वो टीकमगढ़ से सांसद रह चुके हैं.

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डॉ. वीरेंद्र कुमार अपनी सादगी और सीधेपन के लिए जाने जाते हैं. डॉ. खटीक सफेद कुर्ता-पजामा पहनकर अपने पुराने हरे रंग के स्कूटर के साथ अक्सर शहर में घूमने निकल जाते हैं. कई बार चाय की दुकानों पर पहुंचकर वो लोगों से सीधा संवाद करते हैं. वैसे तो डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक सादगी पसंद है लेकिन कुछ समय पहले विधायक और सांसद के बीच नोकझोंक को लेकर वे चर्चा में आए थे. विधायक ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे. बाद में विधायक ने अपने बयानों के लिए माफी भी मांगी थी.

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