सागर। जिले के देवरी विकासखंड के महाराजपुर थाना के हर्राखेडा गांव के प्राचीन खेडापति मंदिर में विराजमान सिंहवाहनी माता की मूर्ति को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया. सोमवार सुबह जब गाय चराने वाले चरवाहे मंदिर से गुजरे तो उन्होंने देखा कि माता की खंडित प्रतिमा मंदिर के बाहर पड़ी हुई थी और माता के श्रृंगार की सामग्री भी सड़क पर फाड़कर फेंक दी. घटना की सूचना मिलते ही गांव में भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए. हालात बिगड़ते देख स्थानीय विधायक हर्ष यादव, एसडीएम और एसडीओपी भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.
क्या है मामला: सागर जिले के देवरी विकासखंड के महाराजपुर थाना के हर्राखेडा गांव में खेडापति मंदिर में विराजमान सिंहवाहिनी की देवी प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ कर मंदिर के बाहर फेंकने की घटना सामने आयी है. घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. एसडीएम, एसडीओपी सहित महाराजपुर थाने का पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा. महाराजपुर थाना इलाके की ग्राम पंचायत बारहा से करीब 3 किलोमीटर दूर हर्राखेडा गांव से बाहर कुछ दूरी पर प्राचीन खेडापति मंदिर स्थित है. जहां मंदिर में सिंहवाहिनी की प्रतिमा विराजमान थी.
देवी की प्रतिमा को किया खंडित: रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात अज्ञात बदमाशों ने माता सिंहवाहिनी की प्रतिमा उखाड़ कर मंदिर के सामने फर्श पर तोड़ कर खंडित कर फेंक दी और माता के वस्त्रों की पेटी और कांच तोड़ दिया. मंदिर के अंदर लगा पंखा भी तोड़ दिया गया. सुबह जब मवेशी चराने वाले लोग मंदिर के पास पहुंचे तो देखा कि मंदिर के सामने फर्श पर देवी प्रतिमा खंडित पड़ी हुई थी. जगह-जगह कपड़े बिखरे पड़े थे. कपड़ों की पेटी और कांच टूटा पड़ा था. इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना महाराजपुर पुलिस को दी.
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गांव में भारी पुलिस बल तैनात: मूर्ति तोड़फोड़ की घटना की खबर आसपास के गांव में आग की तरह फैल गई. जिससे सैकड़ों की संख्या में लोग मंदिर परिसर में पहुंच गए. सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव, एसडीएम, थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए और मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना की जांच पड़ताल शुरू की. सागर से फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम ने नमूने लिए और खंडित प्रतिमा को अपने साथ ले गए. महाराजपुर थाना प्रभारी मीनेश भदौरिया ने कहा कि ''मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. घटना को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.''