सागर। जिले के रैंगुवा गांव में एक नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही थी. नाबालिग लड़की की मां ने अपनी बेटी की शादी करा रही थी. लेकिन पिता कम उम्र में अपनी बेटी की शादी नहीं चाहता था और उसने पुलिस को खबर कर दी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बारात लग चुकी थी और मंडप में फेरे लग रहे थे. पुलिस की टीम की समझाइश के बाद दोनों परिवारों ने सहमति से शादी ना करने का फैसला किया. इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए. टीम ने कम उम्र में शादी को गैरकानूनी होने के बारे में जानकारी दी. साथ ही कम उम्र में शादी करने के दुष्परिणाम के बारे में लोगों को बताया.
बाल विवाह से पिता नाराज : दरअसल, मां अपनी 16 साल की नाबालिग बेटी की शादी करा रही थी. लेकिन नाबालिग लड़की के पिता को यह मंजूर नहीं था. वह जानता था कि बाल विवाह कराना अपराध है और साथ ही बेटी के भविष्य के लिए भी ठीक नहीं है. इसलिए उसने अपनी पत्नी की हरकत की सूचना तत्काल पुलिस को दी. पुलिस की किशोर इकाई की स्पेशल टीम गढ़ाकोटा से लगभग 5 किमी दूर रैंगुवा गांव पहुंची. जहां बारात आने के बाद स्वागत सत्कार किया जा रहा था. वरमाला का कार्यक्रम हो चुका था और मंडप में दूल्हा दुल्हन के सात फेरे कराए जा रहे थे. जब पुलिस पहुंची तब तक 5 फेरे हो गए थे और 2 फेरे बचे थे. पुलिस ने 2 फेरे होने से पहले ही दूल्हा दुल्हन को फेरे लेने से मना कर दिया.
Must Read : ये खबरें भी पढ़ें... |
दूल्हे ने दिखाई समझदारी : फेरे रोकते ही बारात में आए कुछ लोग पुलिस के विरोध में उतर आए. बाराती समझने को तैयार नहीं थे कि बाल विवाह एक करना कानूनन अपराध है. लेकिन दूल्हा खुद आगे आया और काफी समझाइश और मशक्कत के बाद उसने बारातियों को समझाया. विशेष पुलिस किशोर इकाई के प्रभारी ज्योति तिवारी ने बताया कि हमारी जानकारी के अनुसार शादी सोमवार रात को होना था और इसी लिहाज से हम दिन में ही समझाइश देने के लिए गांव पहुंचे थे. लेकिन वहां पहुंचकर हमने देखा कि शादी दिन में ही कराई जा रही है, ताकि उसमें कोई परेशानी ना हो सके. हमारे पहुंचने तक आधे फेरे भी हो चुके थे और जब हमने शादी रुकवाने की कोशिश की तो शादी में मौजूद शराबी बाराती लड़ने के लिए तैयार हो गए और गांव के लोग भी आ गए. लेकिन समझदारी दूल्हे ने दिखाई और जब खुद उसने शादी से मना कर दिया तो फिर विरोध करने वाले भी चुप हो गए.