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MP के इन 38 गांवों में अब तक नहीं बजी फोन की घंटी, अब डायरेक्ट 4G से जुड़ेंगे लोग

आज जब 5G नेटवर्क (5G network) की बात हो रही है, तो ये जानकर अचरज होगा कि हमारे देश में कई ऐसे गांव हैं, जहां आज तक मोबाइल की रिंग नहीं बजी है. जी हां हमारे देश में अभी भी कई ऐसे गांव हैं. जहां कोई भी मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंचा है. अब सागर जिले के अनेक गावों में कई दशकों के बाद एक खुशी की लहर दौड़ी है. ये गांव अब दुनिया से कनेक्ट हो जाएगा. इससे पहले गांव मोबाइल टॉवर नहीं होने से किसी भी फोन में सिग्नल ही नहीं आता था, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था.

Sagar 4G network
डायरेक्ट 4G से जुड़ेंगे लोग
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Published : Nov 23, 2022, 9:10 PM IST

सागर। जिले में ऐसे 38 गांव हैं जहां मोबाइल का नेटवर्क नहीं पहुंच सका है, लेकिन अब भारत सरकार का दूरसंचार विभाग गांव में सीधे 4G सेवा शुरू करने जा रहा है. 4G नेटवर्क की शुरुआत के लिए इन गांव में भूमि अधिग्रहण की शुरुआत हो गई है और जल्द ही यहां नेटवर्क पहुंचाने के लिए बीएसएनएल अपना काम शुरू कर देगा. उम्मीद है कि, अगले साल सभी 38 गांव 4G सुविधा से जुड़ जाएंगे. अगर देखा जाए तो देश में 2011 की जनगणना के अनुसार 25067 गांव ऐसी हैं जहां आज तक मोबाइल का नेटवर्क नहीं पहुंच सका है.

अब 4G से जुड़ेंगे सागर जिले के 38 गांव के लोग

गांव में नहीं मिलता मोबाइल नेटवर्क: ये थोड़ा अटपटा जरूर लगता है, लेकिन हकीकत है कि सागर जिले में ऐसे 38 गांव हैं. जहां पर किसी भी मोबाइल ऑपरेटर का नेटवर्क नहीं मिलता है. दरअसल भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत योजना बनाई है कि जिन गांव में आज तक मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिल पाया है. उन गांव को सीधे 4G सेवा से जोड़ा जाए. इस सुविधा के शुरू होते ही उन गांवों में जहां मोबाइल से बात भी नहीं हो पाती थी, अब सीधी वीडियो कॉलिंग होगी.

बीएसएनएल ने किया सर्वे: भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने ये जिम्मेदारी भारत संचार निगम लिमिटेड को सौंपी है. बीएसएनएल ने इन गांवों का सर्वे पूरा कर लिया है. गांव में टावर लगाने के लिए जिला प्रशासन से दो-दो हजार वर्ग फीट जमीन की मांग की है. बीएसएनएल के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने इन सभी गांव में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया है और भूमि अधिग्रहण होते ही बीएसएनएल इन गांव में बिजली कनेक्शन लेकर मोबाइल टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू करेगा.

इन गांवों में नहीं है नेटवर्क: बीएसएनएल के अधिकारियों की मानें तो अगले साल इन सभी गांवों में 4G नेटवर्क सुविधा हो जाएगी. जैसीनगर के सेकुवां मालगुजारी, राहतगढ के लखनपुर, लक्ष्मणपुर,मसानिया, सागर के खिरिया, बेलखादर, अर्जना टोला, देवरी के रामखिरिया, अर्सी, केवलारी, झमरा, रहली के बरकोटी, गढ़ाकोटा का सोजनावर, बिलखदरा, केसली के बेरखेड़ी, खरखरी, कुंडलपुर, नयागांव, चक हिरणपुर, चक मुडेरी और चक झिरिया. फिलहाल इन गांवों में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है.

Shri Mahakal Lok से होगी MP में 5G की शुरुआत, कलेक्टर ने ली तैयारियों की समीक्षा बैठक

बीएसएनएल के अधिकारियों का बयान: बीएसएनएल सागर के एजीएम शशि भूषण चौधरी बताते हैं कि, भारत सरकार ने बीएसएनएल को एक ऐसी सूची सौंपी थी. जिसमें उन गांव को शामिल किया गया था. जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है. सरकार की सूची के आधार पर हमने तमाम गांव का सर्वे किया, तो सागर जिले में 38 गांव में ऐसे पाए गए हैं. जहां किसी भी मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल नहीं मिलते हैं. ऐसे गांव में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत सरकार के आदेश पर 4G नेटवर्क की व्यवस्था की जा रही है. फिलहाल यहां भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है. भूमि अधिग्रहण को लेकर हमने कलेक्टर सागर से बात की थी. उम्मीद है कि 10-15 दिन में यह काम हो जाएगा. फिर हमें बिजली कनेक्शन और आगे का काम शुरू करना होगा.हमारी कोशिश है कि एक साल के अंदर इन गांव में 4G नेटवर्क चालू कर दिया जाए.

सागर। जिले में ऐसे 38 गांव हैं जहां मोबाइल का नेटवर्क नहीं पहुंच सका है, लेकिन अब भारत सरकार का दूरसंचार विभाग गांव में सीधे 4G सेवा शुरू करने जा रहा है. 4G नेटवर्क की शुरुआत के लिए इन गांव में भूमि अधिग्रहण की शुरुआत हो गई है और जल्द ही यहां नेटवर्क पहुंचाने के लिए बीएसएनएल अपना काम शुरू कर देगा. उम्मीद है कि, अगले साल सभी 38 गांव 4G सुविधा से जुड़ जाएंगे. अगर देखा जाए तो देश में 2011 की जनगणना के अनुसार 25067 गांव ऐसी हैं जहां आज तक मोबाइल का नेटवर्क नहीं पहुंच सका है.

अब 4G से जुड़ेंगे सागर जिले के 38 गांव के लोग

गांव में नहीं मिलता मोबाइल नेटवर्क: ये थोड़ा अटपटा जरूर लगता है, लेकिन हकीकत है कि सागर जिले में ऐसे 38 गांव हैं. जहां पर किसी भी मोबाइल ऑपरेटर का नेटवर्क नहीं मिलता है. दरअसल भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत योजना बनाई है कि जिन गांव में आज तक मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिल पाया है. उन गांव को सीधे 4G सेवा से जोड़ा जाए. इस सुविधा के शुरू होते ही उन गांवों में जहां मोबाइल से बात भी नहीं हो पाती थी, अब सीधी वीडियो कॉलिंग होगी.

बीएसएनएल ने किया सर्वे: भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने ये जिम्मेदारी भारत संचार निगम लिमिटेड को सौंपी है. बीएसएनएल ने इन गांवों का सर्वे पूरा कर लिया है. गांव में टावर लगाने के लिए जिला प्रशासन से दो-दो हजार वर्ग फीट जमीन की मांग की है. बीएसएनएल के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने इन सभी गांव में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया है और भूमि अधिग्रहण होते ही बीएसएनएल इन गांव में बिजली कनेक्शन लेकर मोबाइल टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू करेगा.

इन गांवों में नहीं है नेटवर्क: बीएसएनएल के अधिकारियों की मानें तो अगले साल इन सभी गांवों में 4G नेटवर्क सुविधा हो जाएगी. जैसीनगर के सेकुवां मालगुजारी, राहतगढ के लखनपुर, लक्ष्मणपुर,मसानिया, सागर के खिरिया, बेलखादर, अर्जना टोला, देवरी के रामखिरिया, अर्सी, केवलारी, झमरा, रहली के बरकोटी, गढ़ाकोटा का सोजनावर, बिलखदरा, केसली के बेरखेड़ी, खरखरी, कुंडलपुर, नयागांव, चक हिरणपुर, चक मुडेरी और चक झिरिया. फिलहाल इन गांवों में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है.

Shri Mahakal Lok से होगी MP में 5G की शुरुआत, कलेक्टर ने ली तैयारियों की समीक्षा बैठक

बीएसएनएल के अधिकारियों का बयान: बीएसएनएल सागर के एजीएम शशि भूषण चौधरी बताते हैं कि, भारत सरकार ने बीएसएनएल को एक ऐसी सूची सौंपी थी. जिसमें उन गांव को शामिल किया गया था. जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है. सरकार की सूची के आधार पर हमने तमाम गांव का सर्वे किया, तो सागर जिले में 38 गांव में ऐसे पाए गए हैं. जहां किसी भी मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल नहीं मिलते हैं. ऐसे गांव में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत सरकार के आदेश पर 4G नेटवर्क की व्यवस्था की जा रही है. फिलहाल यहां भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है. भूमि अधिग्रहण को लेकर हमने कलेक्टर सागर से बात की थी. उम्मीद है कि 10-15 दिन में यह काम हो जाएगा. फिर हमें बिजली कनेक्शन और आगे का काम शुरू करना होगा.हमारी कोशिश है कि एक साल के अंदर इन गांव में 4G नेटवर्क चालू कर दिया जाए.

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