सागर। शिवराज सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब कई स्थानों पर विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं. जिले से भले ही तीन मंत्री बनाए गए हों, लेकिन विधायक शैलेंद्र जैन को मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज उनके समर्थकों ने शहर के चकरा घाट पर रैली निकालकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कार्यकर्ता अर्धनग्न होकर तालाब में उतरकर सांकेतिक जल सत्याग्रह कर अपना विरोध दर्ज भी कराया.
दरअसल जिले के रहली विधानसभा क्षेत्र से गोपाल भार्गव और खुरई विधानसभा क्षेत्र से भूपेंद्र सिंह को शिवराज कैबिनेट में फिर एक बार जगह दी गई है. जबकि कांग्रेस से बीजेपी में मंत्री पद छोड़कर आए गोविंद सिंह राजपूत को भी शिवराज कैबिनेट में पहले ही शामिल किया जा चुका है.
लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में विधायक शैलेंद्र जैन और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया की भी दावेदारी मानी जा रही थी. ये अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल न कर उन्हें संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी और सागर से नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. लेकिन इस बार फिर विधायक शैलेंद्र जैन और प्रदीप लारिया का पत्ता कट गया है.
अपने नेता को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिलने से उनके समर्थक नाराज हैं. उनका आरोप है कि जैन बाहुल्य क्षेत्र होने और लगातार 35 सालों से भाजपा की जीत होने के बावजूद भी इस क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है. वर्तमान विधायक शैलेंद्र जैन के तीन बार लगातार जीतने के बावजूद भी उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं देना. शहर के साथ भी एक बड़ा भेदभाव और अन्याय है. विधायक के समर्थकों के मुताबिक मामले में सुनवाई नहीं होने पर भोपाल तक उग्र प्रदर्शन करेंगे.