सागर। जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया अतिथि शिक्षकों के बेहतर भविष्य की बात करते हैं, वहीं सागर में अतिथि शिक्षक किन हालातों से गुजर रहे हैं, इस बात का अंदाजा घाना की रश्मि आठया से लगाया जा सकता है, जो अपने स्कूल के प्राचार्य की मनमानी की वजह से न सिर्फ दो माह से बेरोजगार हैं, बल्कि न्याय की आस में आठ बार कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा चुकी हैं, इस परेशानी से पीछा छुड़ाने के लिए उन्होंने प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है, जबकि शिक्षा विभाग इस मामले पर पूरी तरह से खामोश है.
शिक्षा विभाग ने ADM को दिखाया ठेंगा तो अतिथि शिक्षिका ने मांगी मौत, आठ माह से मांग रही न्याय
सागर के घाना में एक अतिथि शिक्षक न्याय की आस में दफ्तरों के चक्कर काटते-काटते परेशान हो गई और अब अपने लिए मौत मांग रही है.
सागर। जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया अतिथि शिक्षकों के बेहतर भविष्य की बात करते हैं, वहीं सागर में अतिथि शिक्षक किन हालातों से गुजर रहे हैं, इस बात का अंदाजा घाना की रश्मि आठया से लगाया जा सकता है, जो अपने स्कूल के प्राचार्य की मनमानी की वजह से न सिर्फ दो माह से बेरोजगार हैं, बल्कि न्याय की आस में आठ बार कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा चुकी हैं, इस परेशानी से पीछा छुड़ाने के लिए उन्होंने प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है, जबकि शिक्षा विभाग इस मामले पर पूरी तरह से खामोश है.
बाइट- रश्मी आठ्या, पीड़ित शिक्षिका
Conclusion: