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इंसाफ की आवाज उठा रहा अन्नदाता,सरकार को माननी चाहिए किसानों की बात

सागर पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि अगर किसान इस कानून से खुश नहीं हैं तो सरकार को इस विषय पर विचार करना चाहिए.

Kamal Nath, former CM
कमलनाथ, पूर्व सीएम
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Published : Dec 11, 2020, 5:38 PM IST

Updated : Dec 11, 2020, 6:17 PM IST

सागर। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सागर पहुंचे. जहां पूर्व सीएम कांग्रेस नेत्री मनीषा दुबे के बेटे की शादी में शिरकत की. वहीं कमलनाथ पूर्व विधायक पारुल साहू और पूर्व ग्रामीण जिला अध्यक्ष नरेश चंद्र जैन के घर भी पहुंचे. इस दौरार पूर्व सीएम ने बीजेपी को किसानों की आवाज सुनने की नसीहत दी.

किसान आंदोलन पर कमलनाथ का बयान

पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि किसान न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. सरकार कहती है कि उन्होंने किसानों ने हित में यह कानून बनाया है,जबकि किसान इस कानून से खुश नहीं है. अगर यह कृषि कानून वाकई में किसानों के लिए ही बनाया गया है तो किसान नहीं चाहते कि यह कानून रहे. सरकार को इस विषय पर विचार करना चाहिए.

किसानों पर निर्भर है देश की अर्थव्यवस्था

कमलनाथ ने कहा कि भारत देश की अर्थव्यवस्था किसानों पर ही निर्भर है. अगर किसान व्यवस्था अस्थिर हुई तो भारत देश की अर्थव्यवस्था भी चरमरा जाएगी. वहीं किसान आंदोलन में प्रदेश के किसानों की भूमिका को लेकर कमलनाथ ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं. उनमें बड़ी संख्या में प्रदेश के किसान भी शामिल हैं. बता दें इस दौरान कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, बृजेंद्र राठौर और पूर्व मंत्री हर्ष यादव भी मौजूद रहे.

प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद पहली बार कमलनाथ सागर पहुंचे. गौरतलब है कि नगरीय निकाय चुनाव भी नजदीक हैं और सागर में महापौर पद के लिए भी बहुत से दावेदार दावेदारी कर रहे हैं. ऐसे में कमलनाथ का सागर द्वारा राजनीतिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

सागर। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सागर पहुंचे. जहां पूर्व सीएम कांग्रेस नेत्री मनीषा दुबे के बेटे की शादी में शिरकत की. वहीं कमलनाथ पूर्व विधायक पारुल साहू और पूर्व ग्रामीण जिला अध्यक्ष नरेश चंद्र जैन के घर भी पहुंचे. इस दौरार पूर्व सीएम ने बीजेपी को किसानों की आवाज सुनने की नसीहत दी.

किसान आंदोलन पर कमलनाथ का बयान

पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि किसान न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. सरकार कहती है कि उन्होंने किसानों ने हित में यह कानून बनाया है,जबकि किसान इस कानून से खुश नहीं है. अगर यह कृषि कानून वाकई में किसानों के लिए ही बनाया गया है तो किसान नहीं चाहते कि यह कानून रहे. सरकार को इस विषय पर विचार करना चाहिए.

किसानों पर निर्भर है देश की अर्थव्यवस्था

कमलनाथ ने कहा कि भारत देश की अर्थव्यवस्था किसानों पर ही निर्भर है. अगर किसान व्यवस्था अस्थिर हुई तो भारत देश की अर्थव्यवस्था भी चरमरा जाएगी. वहीं किसान आंदोलन में प्रदेश के किसानों की भूमिका को लेकर कमलनाथ ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं. उनमें बड़ी संख्या में प्रदेश के किसान भी शामिल हैं. बता दें इस दौरान कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, बृजेंद्र राठौर और पूर्व मंत्री हर्ष यादव भी मौजूद रहे.

प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद पहली बार कमलनाथ सागर पहुंचे. गौरतलब है कि नगरीय निकाय चुनाव भी नजदीक हैं और सागर में महापौर पद के लिए भी बहुत से दावेदार दावेदारी कर रहे हैं. ऐसे में कमलनाथ का सागर द्वारा राजनीतिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

Last Updated : Dec 11, 2020, 6:17 PM IST
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