सागर। सागर जिले के दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सागर केंद्रीय जेल पहुंचकर भाजपा राज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए अपराधिक के प्रकरणों में बंद कांग्रेसी नेताओं कार्यकर्ताओं और डॉ आनंद राय से मुलाकात की. मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए दिग्विजय ने कहा कि, "डॉ आनंद राय को गुनाह खाने में रखा गया है, जहां खतरनाक आतंकी और हत्यारों को रखा जाता है. जिस मामले में उन्हें जेल में रखा गया है, उस मामले में प्रताड़ना जैसा कोई विवाद नहीं हुआ है."
गुनाहखाने में रह रहे हैं डॉ आनंद राय: केंद्रीय जेल सागर में बंद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और व्यापम व्हिसिल ब्लोअर डॉ आनंद राय से मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि, "जेल में एक गुनाहखाना होता है, जोकि 6×6 का कमरा होता है, इसमें 2 लोगों को रखा गया है. गुनाह खाने में उन लोगों को रखा जाता है, जो कोई खतरनाक आतंकी या हत्यारा हो, ये अजीब बात है कि रतलाम घटना में एससी-एसटी एस्ट्रोसिटी एक्ट में 19 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें एक ओबीसी, 17 आदिवासी और एक दलित वर्ग से है. (digvijay singh met dr anand rai) एससी-एसटी एक्ट में प्रताड़ना होना जरूरी है, रतलाम में हुए विवाद में क्या प्रताड़ना हुई है? इन्हीं लोगों के पैसे से बिरसा मुंडा की मूर्ति लगी और इन्हीं को जेल में बंद कर दिया. कोई भी वीडियो में आनंद राय नहीं दिख रहा है, डेढ़ किमी आगे चल रहा है, उसको बंद कर दिया है. झूठे केस लगाए जा रहे हैं, अब बर्दाश्त नहीं होता है."
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किस मामले में गिरफ्तार हुए डॉ आनंद राय: दरअसल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर बिलपांक थाना के बड़छापरा में बिरसा मुंडा की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होकर सांसद और विधायक मकवाना रतलाम लौट रहे थे, तब धराड़ में जयस संगठन के कार्यकर्ताओं ने सांसद व विधायक के काफिले का रतलाम में निवेश क्षेत्र का विरोध करते हुए घेराव कर दिया था. इस दौरान झूमाझटकी और कुछ लोगों ने पत्थर-बोतल फेंकी थी, कलेक्टर के गनमैन संदीप चंदेल को चोट आई. पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में प्रदर्शन कर जयस प्रदेश संरक्षक डा. अभय ओहरी, डा. आनंद राय और अन्य लोग को गिरफ्तार कर 16 नवंबर को न्यायालय में पेश किया था, न्यायालय ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया था. बाद में डॉ आनंद राय को बाद में सागर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था.