सागर। जहां एक ओर संक्रमण लगातार अपने पैर पसार रहा है, हजारों लोग रोजाना इसकी चपेट में आ रहे हैं, ऐसे में सिर्फ डॉक्टर ही हैं जो, जी जान से इस महामारी काल में लोगों की रक्षा करने में जुटे हुए हैं, लेकिन अगर डॉक्टर खुद ही कोरोना के शिकार हो जाएं तो क्या होगा,
दरअसल सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना योद्धा बनकर संक्रमितों की सेवा कर रहे एक डॉक्टर शुभम उपाध्याय खुद इस महामारी की चपेट में आ गए हैं, और अब स्थिति यह है कि उन्हें चिरायु में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर है. जबकि उनके साथी डॉक्टरों ने सोशल मीडिया पर डॉ शुभम उपाध्याय की मदद के लिए लोगों से अपील की है, साथ ही सरकार से भी उनके बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए गुहार लगाई है.
सोशल मीडिया पर डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना काल मे ड्यूटी करते हुए शुभम उपाध्याय खुद संक्रमण के शिकार हो गए, जिसके बाद खुद के खर्च पर ही उनका इलाज किया जा रहा है, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है.
डॉक्टरों ने सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए लिखा है कि 'सुना है कोरोना वॉरियर्स की मौत पर 50 लाख रुपये दिए जाते हैं, लेकिन जब एक कोरोना योद्धा बीमार है, तो उसकी जीते जी कुछ मदद हो जाये तो बेहतर होगा. अगर डॉक्टरों की ऐसी स्थिति होती है, तो इसका सीधा असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ेगा.'