रीवा। यह साइकिल कुछ खास है. यकीन नहीं होता तो खुद ही देख लिजिए. इसे बनाया है रीवा के अकबर खान ने जिनका मकसद लोगों को महंगाई के दौर में सस्ता और तेज आवागमन का साधन मुहैया कराना था. 40 साल के अकबर खान ने पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुए ऐसा प्रयोग किया. एक साधारण साइकल को साइकल बाइक का आकार दे दिया. यह साइकिल बाइक 5 रुपए के खर्च में करीब 90 किलोमीटर की दूरी तय करती है, लेकिन इसमें थोड़े बदलाव के बाद सेल्फ चार्जिंग मोड पर लाने की कोशिश है. इससे शून्य खर्च पर सैकड़ों मील तक का सफर होगा. अकबर खान इसे बच्चों के लिए लिए बना रहे हैं जो लंबी दूरी तय कर स्कूल कॉलेज जाते हैं.
14 हजार रुपए है लागत
इस साइकिल बाइक की कुल लागत 14 हजार रुपए है. इस मोटर बाइक में हेड लाइट, बैक लाइट, एक्सीलेटर, इंडीकेटर, हॉर्न, ऑन ऑफ स्विच के साथ-साथ 12 वॉल्ट की 2 बैट्रियों का इस्तेमाल किया गया है. इस साइकिल बाइक में एक चार्जिंग सॉकेट भी लगाया गया है, जिससे बैट्रियों को मात्र आधे घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है. पहले इसमें लगी बैट्रियों को चार्ज करने में मात्र 5 रुपए की बिजली खर्च होती थी. लेकिन अकबर ने अब मोटर बाइक में बदलाव करते हुए इसके पहिए में एक मोटर हब किट लगाया है जिसके बाद अब साइकिल बाइक में लगी यह मोटर हब किट खुद बिजली को पैदा कर बैटरी को चार्ज कर देगी.
जबरदस्त है स्पीड
इस साइकिल बाइक को चलाना बेहद आसान है और इसकी अधिकतम स्पीड लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटे है, जिसे जरूरत के अनुसार कम भी किया जा सकता है. इसके साथ ही यह पूरी तरह से प्रदुषण मुक्त भी है. पेशे से ऑटो चालक अकबर को लोगों के फायदे के लिए तरह-तरह के प्रयोग करना बेहद पसंद है. जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर भी रहते हैं. गरीबी के साए में अपना जीवन यापन कर रहे लोगों की मदद के लिए उन्होंने एक नया तरीका खोज निकाला और लोगों की मदद के लिए एक साधारण साइकिल को बिना पेट्रोल और खुद से बिजली पैदा कर चलने लायक साइकिल बाइक बना दिया.
स्कूल-कॉलेज के छात्रों के लिए होगा फायदेमंद
ईटीवी भारत से बात करते हुए अकबर खान ने बताया की गरीब तबके के छात्र-छात्राओं को स्कूल या कॉलेज तक पहुंचाने में काफी दिक्कतें होती थीं. उन्होने ऐसे लोगों के लिए ही ये प्रयोग किया है. खुद अकबर खान ने 10वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है और उस दौरान ऐसी मुश्किलों से दो-चार होते रहे थे. उन्होने बाइक रिपेयरिंग की ट्रेनिंग बी ली है. अब अकबर छात्राओं, बुजुर्गो सहित दिव्यांगजनों की सहूलियत के हिसाब से दो और साइकिल बाइक बनाने में जुटे हैं. साथ ही वो ऐसी सौर ऊर्जा से चले जिसकी कार का सपना देखते हैं जिसकी कीमत मात्र 40 हजार रुपए हो.
साइकिल बाइक का होगा पेटेंट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन करते हुए रोजगार के नए आयामों को स्थापित करने का लक्ष्य लिए अकबर खान अब शासन और प्रशासन से मदद की उम्मीदें लगाए बैठे हैं जिससे इस साइकिल बाइक का जल्द पेटेंट हो सके और लोगों को फायदा मिले.