रीवा। दीपावली की खुशियां अपने परिजनों से बांटने के लिए हैदराबाद में मजदूरी कर रहे लोग धनतेरस के ठीक एक दिन पहले घर जाने के दौरान हादसे का शिकार हो गए. रीवा जिले के सोहागी पहाड़ में बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत में 15 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और दिवाली की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं. हादसे में 39 लोग घायल हुए. जिन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में भर्ती हुए 39 मरीजों में से 31 मरीजों को डॉक्टरों ने उनके घर वापस भेज दिया, जबकि आठ गंभीर मरीज अभी अस्पताल में भर्ती हैं.
अस्पताल में डॉक्टरों ने बांटी खुशियां : दीपावली की खुशियां मनाने अस्पताल में भर्ती मरीज अपने घर नहीं पहुंच सके. अस्पताल में भर्ती घायल मजदूर दीपोत्सव बनाने से वंचित न रह जाएं, जिसके चलते अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने उनकी खुशी को देखते हुए अस्पताल में ही दिवाली का माहौल बना दिया. बस हादसे में घायल हुए मरीजों के साथ ही डॉक्टरों ने अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों के साथ दिवाली की खुशियां साझा की. बस हादसे में घायल हुए 8 लोगों में एक मासूम बच्ची भी शामिल है, जिसने डॉक्टर अंकल से दिवाली के बारे में पूछ लिया.
डॉक्टरों ने दिया अतिथि देवो भव: का संदेश : डॉक्टर अंकल ने मासूम बच्ची के साथ दिवाली की खुशियां मनाई. डॉक्टरों के द्वारा मासूम बच्ची को फुलझड़ी चॉकलेट और चिप्स उपहार स्वरूप दिए गए. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों को मिठाई बैठकर दिवाली मनाई गई. वहीं नेपाल देश की निवासी कमला थापा अपने परिवार के संग उसे हादसे वाली बस में सवार थी. भीषण बस हादसे में कमला थापा और उनकी नन्ही सी बच्ची दुर्घटना का शिकार हुई थी. दिवाली के मौके पर कमला थापा अपने घर नहीं पहुंच सकी. दीपोत्सव के मौके पर जब संजय गांधी अस्पताल डॉक्टरों ने अन्य मरीजों के साथ कमला थापा को दिवाली की मिठाई दी तो उनकी आंखें नम हो गईं. इस दौरान स्ट्रेचर पर लेटी कमला थापा की नन्ही बच्ची को डॉक्टरों ने फुलझड़ी देकर दिवाली बनाई. (Doctors celebrated Diwali) (Celebration with injured accident) (Doctor Increased courage)