रीवा। शहर के कॉलेज चौराहे के पास स्थित जॉन टावर सहित रामगोविंद पैलेस को भवन अनुज्ञा के तहत नगर निगम प्रशासन ने हाल ही में नोटिस जारी किया है. बुधवार को जॉन टावर के संचालक प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री रज्जी जॉन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसे राजनीतिक षड़यंत्र बताकर बीजेपी के स्थानीय नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा की जॉन टावर पर राजनीतिक दबाव के चलते मनमानी कार्रवाई की जा रही है.
राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारी कर रहे कार्रवाई
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और जॉन टावर के संचालक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया की जॉन टावर का निर्माण नगर निगम द्वारा दी गई भवन अनुज्ञा के मुताबिक ही किया गया था, लेकिन निगम अधिकारियों ने जो अनुज्ञा दी थी, वे अब उसे खुद गलत बताकर भवन निर्माण को अवैधानिक बता रहे हैं. रज्जी जॉन ने कहा कि इस संबंध में जब उन्होंने निगम के अधिकारियों से बात करनी चाही, तो अधिकारियों ने कुछ सुनने के बजाय यह कहा की उनके ऊपर राजनीतिक दबाव है और कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
अचानक कैसे लगने लगा गलत निर्माण
उन्होंने कहा कि जिन मानकों पर नगर निगम ने उन्हें नोटिस जारी किया है, वह मानक जॉन टावर के भवन में पूरे हैं. नगर निगम प्रशासन ने साल 1997, 2002 और 2013 में तीन बार अलग-अलग फ्लोर के लिए उन्हें अनुज्ञा जारी की थी, अगर निर्माण गलत था तो उस समय कार्रवाई क्यों नहीं की गई और अचानक से अफसरों को निर्माण कार्य गलत कैसे लगने लगा. उन्होंने भवन अनुज्ञा संबंधित दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया है कि निगम द्वारा राजनीतिक दबाव में मनमानी कार्रवाई की जा रही है.
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कभी भी निगम अनुज्ञा कर सकता है कैंसिल
कांग्रेस नेता रज्जी जॉन ने कहा कि वह नगर निगम कमिश्नर मृणाल मीना से मिले लेकिन उन्होंने कहा कि निगम को अधिकार है कि जब चाहे आपकी अनुमति को कैंसिल कर सकता है. नगर निगम कमिश्नर की प्रेस रिलिज के आधार पर समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित की गईं, जिसको लेकर उन्होंने अपने अधिवक्ता अखंड प्रताप सिंह के जरिए मानहानि नोटिस नगर निगम कमिश्नर को भेजा है. रज्जी जॉन ने कहा की न्याय पाने के लिए वह लड़ाई लड़ेंगे. इसके पहले भी निगम ने उन्हें नोटिस जारी किया था, जिसपर वह न्यायालय गए थे और न्यायालय ने उनके पक्ष में आदेश भी दिया था.