रीवा। जिले में लगातार लोकायुक्त की कार्रवाई हो रही है. बावजूद इसके भ्रष्ट अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला समान थाना का है. जहां थाने में पदस्थ टीआई सुनील गुप्ता व उनकी ही अधीनस्थ कर्मचारी उपनिरीक्षक रानू वर्मा द्वारा होटल संचालक पर 20 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर मंथली फिक्स करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था. इस बात से परेशान होकर होटल संचालक सुखेंद्र सिंह भदौरिया निवासी मझगवां ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने थाने में दबिश देकर दोनों को रंगे हाथ दबोचने का प्लान तैयार किया, लेकिन इस बात की भनक टीआई और उप निरीक्षक को लग गई. जिसके बाद वह रंगे हाथो गिरफ्तार होने से बच गए.
होटल संचालक से रिश्वत मांगी : बता दें कि समान थाना क्षेत्र स्थित गो गो नाम से एक होटल संचालित है. होटल संचालक सुखेंद्र सिंह भदौरिया निवासी मझगवां से उपनिरीक्षक रानू वर्मा द्वारा लगातार रिश्वत की रकम की मांग की जा रही थी. रिश्वत नही देने पर होटल संचालक को बेवजह परेशान किया जा रहा था. उपनिरीक्षक ने होटल संचालक से कहा कि टीआई सुनील गुप्ता को हर हाल में पैसे देने हैं. होटल संचालक सुखेंद्र सिंह से रिश्वत के 20 हजार रुपए मंथली फिक्स करने की बात कही गई थी. गुरुवार की रात तकरीबन 10 बजे रकम के साथ होटल संचालक को थाना में उपस्थित होने के लिए कहा गया था.
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कार्रवाई से पहले ही जानकारी लीक : होटल संचालक ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में की. लोकायुक्त छापे की भनक टीआई और उपनिरीक्षक को लग गई. किसी ने जानकारी लीक कर दी. थाना प्रभारी समेत उपनिरीक्षक को लग गई. जानकारी लीक होते ही थाना प्रभारी थाने से बाहर चले गए और उपनिरीक्षक अवकाश लेकर कहीं चली गई. अब ट्रैपिंग के आधार पर दोनो के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आगे की जांच की जा रही है. बता दें कि 4 दिन पूर्व ही रीवा के यातायात थाना प्रभारी सूबेदार दिलीप तिवारी व आरक्षक अमित सिंह बघेल को भी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया था. इनके द्वारा लोडर वाहन को छोड़ने के एवज में वाहन मालिक से रिश्वत की मांग की गई थी.