रीवा। पन्ना जिला कोर्ट में जज ने 302 के मामले में एक दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. सजा सुन उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, जिसके बाद उसने कोर्ट में जहर खा लिया. इस घटना के बाद दोषी को प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया. उसकी हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उसे रीवा संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. वहीं अस्पताल में मौजूद मृतक आरोपी के परिजनों ने जिले की पुलिस और सजा सुनाने वाले न्यायाधीश पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
आजीवन कारावास की सजा सुनते ही आरोपी ने खाया जहर
मामला पन्ना जिला कोर्ट परिसर का है. यहां हत्या के मामले में कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. कोर्ट ने जैसे ही सजा सुनाई तुरंत आरोपी ने जेब से जहर निकालकर खा लिया. घटना से न्यायालय परिसर में अफरा तफरी का माहौल बन गया. आरोपी को तुरंत पुलिस ने इलाज के लिए पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जिसके बाद उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने आरोपी को संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. रात में उसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 2 घंटे बाद उसकी मौत हो गई.
उपचार के दौरान अस्पताल में हुई मौत
अस्पताल में उपस्थित मृतक आरोपी के परिजनों ने बताया है की साल 2017 में थाना धारमपुर में फर्जी तरीके से हत्या का मामला दर्ज किया गया था. अरोपी बनाए गए मृतक अनिल शिवहरे साल 2017 से ही हाईकोर्ट से जमानत लेकर बाहर था. लेकिन पन्ना कोर्ट में मुकदमे के फैसले में जज ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी. जिसके बाद आरोपी जेब से जहर निकालकर उसका सेवन कर लिया.
परिजनों ने जज और पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
अब परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली और सजा सुनाने वाले जज पर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कोर्ट परिसर के भीतर आरोपी के तौर पर उसकी तलाशी होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसकी वजह से आरोपी ने जहर का सेवन कर लिया और उसकी मौत हो गई. इसके अलावा पुलिस का कहना है कि आरोपी पहले से ही आत्महत्या के इरादे से जहर लेकर आया था. और जैसे ही न्यायालय ने सजा सुनाई तो उसने सेवन कर लिया. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.