रीवा। विश्वविद्यालय में सोमवार को 9वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल (governor mangu bhai patel participate in convocation) ने की. वहीं अखिल भारतीय शिक्षण संघ के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मुकुल काटनिकर मुख्य अतिथि रहे और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव बतौर विशिष्ठ अतिथि शामिल हुए. विश्वविद्यालय के संभुनाथ सभागार में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. कार्यक्रम में 64 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मनित किया गया.
कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष शामिल हुए राज्यपाल मंगू भाई पटेल
कार्यक्रम के दौरान उद्बोधन में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों का वह बधाई देते हैं. राज्यपाल ने कहा कि जिन लोगों ने आज दीक्षा ली है, उन्हें आज मैं आशीर्वाद देता हूं कि भगवान सबको सार्थक बनाए.
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को किया संबोधित
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज से आप समाज और देश की आशाओं एवं अपेक्षाओं के केंद्र हो जाएंगे. राज्यपाल ने कहा कि आप के भावी जीवन मे राष्ट्र और समाज के विकास और वंचित वर्ग का उत्थान और चुनौतियों के समाधान में भागीदारी निभाते हुए खुद को साबित करना है.
उच्च शिक्षा मंत्री भी दीक्षांत समारोह में हुए शामिल
दीक्षांत समारोह में मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह (9th Convocation Ceremony of Awadhesh Pratap Singh University) में हम सभी सम्मलित हुए. इस अवसर पर हमने अपने सभी विद्यार्थी जिन्हें गोल्ड मेडल हासिल किए अपनी-अपनी उपलब्धियों से अपने जीवन का मार्ग प्रशस्त करने का संकल्प लिया है. उनकी ओर से दीक्षांत समारोह में सभी को बधाई.
उच्च शिक्षा नीति पर बोले मंत्री मोहन यादव
नई शिक्षा नीति को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि उम्मीद करते हैं कि नई शिक्षा नीति के परिपेक्ष में विंध्य में अभी बहुत से नए कोर्स हम लोगों के द्वारा खोले गए हैं. आने वाले समय में और भी खोलने जा रहे हैं. नई शिक्षा नीति को लागू करते हुए टूरिजम, माइनिंग के अलावा अनेक प्रकार के संस्थानों का जैसे सतना और बाकी जगहों पर जो बेल्ट बन रहा है उसके बलबूते पर विद्यार्थी जैसे शिक्षा ग्रहण करें वैसे ही उन्हें अपने-अपने कोर्स के माध्यम से सर्विस मिले पाए. इस अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्त्व में जो नई शिक्षा नीति अभी शुरू की गई उसका लाभ हम सब को मिल सके इसके लिए प्लेसमेन्ट अधिकारियों की नियुक्ति भी की गई है.