रतलाम। जिला अस्पताल में बनाया गया हर्बल उद्यान अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते बदहाली में पहुंच गया है. अस्पताल के मुख्य द्वार के पास कायाकल्प योजना के अंतर्गत बनाए गए हर्बल उद्यान में औषधीय पौधे एक साल पहले ही लगाए गए थे.
हर्बल उद्यान का हाल बेहाल, प्रबंधन नहीं दे रहा ध्यान - बायोमेडिकल वेस्ट
रतलाम जिला अस्पताल में बनाया गया हर्बल उद्यान अस्पताल प्रबंधन की नजरअंदाजी के चलते बुरी हालत में पहुंच गया है. यहां औषधीय पौधे की जगह बायोमेडिकल वेस्ट देखने को मिलता है.
हर्बल उद्यान का हाल बेहाल
रतलाम। जिला अस्पताल में बनाया गया हर्बल उद्यान अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते बदहाली में पहुंच गया है. अस्पताल के मुख्य द्वार के पास कायाकल्प योजना के अंतर्गत बनाए गए हर्बल उद्यान में औषधीय पौधे एक साल पहले ही लगाए गए थे.
Intro:रतलाम के जिला अस्पताल में बनाया गया हर्बल उद्यान अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते बदहाली में पहुंच गया है । जिला अस्पताल के मुख्य द्वार के पास कायाकल्प योजना के अंतर्गत बनाए गए हर्बल उद्यान में औषधीय पौधे 1 वर्ष पूर्व लगाए गए थे। लेकिन उद्घाटन किए जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन इस उद्यान की देखरेख करना ही भूल गया। जिससे अब यह उद्यान बदहाल हो गया है। इस उद्यान में असामाजिक तत्वों के जमावड़े के साथ अस्पताल प्रबंधन बायोमेडिकल वेस्ट भी खुले में डाल रहा है। जिससे यहां आने वाले मरीजों के परिजनों को संक्रमण फैलने की आशंका भी बनी हुई है।
Body:दरअसल कायाकल्प योजना के अंतर्गत जिला अस्पताल में लाखों रुपए खर्च कर हर्बल उद्यान बनाया गया था। जिसकी वाहवाही लूटने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन देखरेख करना ही भूल गया। वर्तमान में इस हर्बल उद्यान में महज कुछ ही औषधि पौधे जीवित है और शाम होते ही इस उद्यान में शराबियों की महफिल सजने लगती है। यही नहीं जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट के बायो मेडिकल वेस्ट का कचरा भी इसी उद्यान में खुले में फेंका जा रहा है जिससे यहां आने वाले मरीजों के परिजनों को संक्रमण फैलने का भी खतरा बना हुआ है।
Conclusion:बाहर हाल इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन हर्बल उद्यान की व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने और सुरक्षा कर्मियों द्वारा चेकिंग किए जाने की बात कह रहा है ।
wt _01_ दिव्यराज सिंह ( संवाददाता ,रतलाम )
बाइट 01_ डॉ अनिल चंदेलकर (सिविल सर्जन ,रतलाम)
Body:दरअसल कायाकल्प योजना के अंतर्गत जिला अस्पताल में लाखों रुपए खर्च कर हर्बल उद्यान बनाया गया था। जिसकी वाहवाही लूटने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन देखरेख करना ही भूल गया। वर्तमान में इस हर्बल उद्यान में महज कुछ ही औषधि पौधे जीवित है और शाम होते ही इस उद्यान में शराबियों की महफिल सजने लगती है। यही नहीं जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट के बायो मेडिकल वेस्ट का कचरा भी इसी उद्यान में खुले में फेंका जा रहा है जिससे यहां आने वाले मरीजों के परिजनों को संक्रमण फैलने का भी खतरा बना हुआ है।
Conclusion:बाहर हाल इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन हर्बल उद्यान की व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने और सुरक्षा कर्मियों द्वारा चेकिंग किए जाने की बात कह रहा है ।
wt _01_ दिव्यराज सिंह ( संवाददाता ,रतलाम )
बाइट 01_ डॉ अनिल चंदेलकर (सिविल सर्जन ,रतलाम)