राजगढ़। पिछले करीब चार साल से रोड नहीं बनने से परेशान दो गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर गांधीग्राम के समीप चककाजाम कर दिया. इसके बाद एसडीएम, तहसीलदार और जनपद सीईओ मौके पर पहुंचे. एसडीएम ने दो किलोमीटर पैदल चलकर रोड की स्थिति को देखने के बाद ग्रामीणों को आश्वस्त कर जाम खुलवाया.
इन दाेनों गांवों के ग्रामीणों द्वारा पिछले चार साल से 2-3 किलोमीटर कच्चे मार्ग पर सड़क बनवाने की मांग की जा रही है. चार साल से यहां के ग्रामीण जनपद पंचायत कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय और कलेक्ट्रेट में कई बार आवेदन दे चुके थे. इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों ने फिर से बारिश को देखते हुए चक्काजाम कर दिया.
इसके बाद एसडीएम सिद्धाथ जैन, तहसीलदान राजन शर्मा, जनपद सीईओ आदि मौके पर पहुंचे. उन्हाेंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए जाम को खुलवाया और जल्द से जल्द रोड बनवाने के लिए आश्वस्त किया.
10 से 15 किलोमीटर लगाते हैं चक्कर ग्रामीण
सौभागपुरा के ग्रामीणों का कहना छोटे-छोटे बच्चाें को स्कूल जाने के लिए दो से तीन किमी कच्चे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. सामान्य दिनों में दिक्कत नहीं होती है, लेकिन बारिश के समय यहां कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है. इतना ही नहीं बारिश में यह रास्ता वाहनों के लिए बंद हो जाता है. जिसके कारण नरसिंहगढ़ तक पहुंचने के लिए जो रास्ता सराना होकर तीन किमी का है, उसकी दूरी 10 किलोमीटर तय करनी पड़ती है.
सौभागपुरा के अलावा करीब 20 गांवों के लोगों के आवागमन का यही एक रास्ता है. उधर सराना के ग्रामीणों का कहना है कि, यदि यह रास्ता बन जाए तो हमें सौभागपुरा होकर हाईवे तीज बडली पर पहुंचने में 15 किलोमीटर का चक्कर नहीं लगााना पड़ेगा.
एसडीएम बोले- जनभागीदारी से शुरू करवा सकते हैं काम
मौके पर पहुंचे एसडीएम सिद्धार्थ जैन ने करीब 2 किमी पैदल चलकर कच्चे रास्ते का मौके पर मुआयन किया. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि, 'यदि जनभागीदारी से इस रोड को बनाने का काम शुरू किया जाए, तो जितना पैसा नागरिक एकित्रत करें, उतना ही सरकार मिलाएगी. ऐसा करके हम चार दिन में यह काम शुरू कर सकते हैं और यदि शासन स्तर से ही निर्माण करवाना है तो इसके लिए ऊपर बात कर लेते हैं, जो संभव होगा वह काम इसके लिए करवाया जाएगा'.