राजगढ़। मालवा का कश्मीर कहे जाने वाले नरसिंहगढ़ में भी इन दिनों प्रकृति की अनोकी छटा देखने को मिल रही है. अपनी खूबसूरती के चलते नरसिंहगढ़ शहर को मालवा का भी कश्मीर कहा जाता है. हर साल यहां हजारों सैलानी नरसिंहगढ़ की खूबसूरत वादियों को निहारने आते थे. लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण यहां कोई नहीं पहुंचा. इस बार लॉकडाउन के बीच भले ही पर्यटक की कमी देखने को मिली हो, लेकिन इस दौरान प्रकृति ने खुद को निखारा है. ऐसे ही कुछ खूबसूरत नजारे जो हर किसी का मन मोह लेते हैं तस्वीरों में कैद किया है ईटीवी भारत ने कुछ खूबसूरत तसवीरें मालवा ए कश्मीर नरसिंहगढ़ की...
पर्यटकों को लुभाने के लिए सरकार यहां काफी खर्चे कर रही है, लेकिन कई लोगों की लापरवाही से सरकार की मनसा पर पानी फिरता जा रहा है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मामले में रुचि नहीं दिखाने और प्रशासन के सुस्त रवैये के कारण पर्यटक स्वागत केंद्र महज दिखावा बनकर रह गया हैं. साल 2012 में मानपिछोड़ी ग्राम में नेशनल हाईवे से सटकर बना यह स्वागत केंद्र जर्जर होने लगा है. स्थानीय लोग कई बार स्वागत केंद्र को प्रारंभ करने की मांग प्रशासन से कर चुके हैं.
लॉकडाउन के दौरान भले ही वन्य जीवों की चहल कदमी बढ़ी हो, पर इस क्षेत्र के विकास को हमेशा से ही प्रशासन दरकिनाीर किया है. नरसिंहगढ़ क्षेत्र को पर्यटन के नक्शे पर लाने पर्यटन विभाग ने शहर में करोड़ों रुपयों के सौंदर्यीकरण कार्य कराए हैं, लेकिन इन सौंदर्यीकरण कार्यों की उचित देखरेख और संरक्षण नहीं होने के चलते ये दुर्दशा के शिकार हो रहे है.