राजगढ़। मध्यप्रदेश में बढ़ाते कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश के सभी जिले पूरी तरह से लॉकडाउन हैं. संकट की इस घड़ी में कई समाजसेवी गरीब मजदूरों की मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. लेकिन इन सबके बावजूद नरसिंहगढ़ के गांधीग्राम गांव में गरीब, मजदूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. क्योंकि इस गांव की 70 प्रतिशत आबादी मजदूरी कर अपना जीवन यापन करती हैं. यही वजह है, यहां के ग्रामीण रोजमर्रा के जीवन के जरूरी सामग्री भी नहीं खरीद पा रहे हैं.
![Villagers are unable to meet their daily needs due to financial constraints](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6892585_967_6892585_1587542929384.png)
दरअसल, राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ तहसील के गांधीग्राम गांव में लॉकडाउन के कारण मजदूर वर्ग के लोगों के काम धंधे पूरी तरह से ठप हो गए हैं. ऐसे में उनके ऊपर आर्थिक संकट गहराने लगा है. स्थिति यह है कि, वो अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को भी ठीक ढंग से पूरा नहीं कर पा रहे हैं. हाईवे से सटे होने की वजह से यहां सब्जी, दूध आदि तो पहुंच रहा है. लेकिन लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि, उन्हें पूरा कर पाना भी उन्हें मुश्किल हो रहा है.
गांधीग्राम गांव मे रहने वाले दिनेश जाटव, कैलाश, विक्रम का कहना है कि, पंचायत की तरफ से मिलने वाला राशन भी उन्हीं लोगों को मिला है. जिनके पास राशन कार्ड है. अन्य लोगों की लिस्ट उन्होने पंचायत को दी थी. लेकिन अभी तक लोगों को राशन नहीं मिला है. सोमवार को ही ग्रामीणों ने इसको लेकर एसडीएम को भी आवेदन दिया है. इसके बावजूद भी ग्रमीण जीविकोपार्जन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.