राजगढ़। जहां एक तरफ शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार बड़े- बड़े दावे कर रही है, तो वही दूसरी तरफ शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही उन दावों को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है. विभाग के कुछ अधिकारी लगातार अपनी मनमानी कर रहे हैं और ना सिर्फ बच्चों की पढ़ाई का नुकसान कर रहे हैं, बल्कि उनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया, जब ईटीवी भारत की टीम ने स्कूलों का रियलिटी चेक किया, पाया गया कि जूनापानी स्कूल में 7 शिक्षक पदस्थ हैं पर उनमें से 2 शिक्षक क्लास टीचर होते हुए भी लगातार अटैचमेंट पर जिला मुख्यालय में पदस्थ हैं.
टीचरों के अटैचमेंट के चलते होती है छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
बता दें कि जूनापानी में पदस्थ शिक्षक दुलीचंद कुसुम लगभग अटैचमेंट पर ही रहते हैं, वो लगातार किसी ना किसी वजह से जिला मुख्यालय पर पदस्थ रहते हैं. जिसके चलते स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही हैं. टीचर दुलीचंद कुसुम जिला मुख्यालय पर गैर शैक्षणिक कार्य की पूर्ति के लिए अटैच किए गए हैं. वहीं कुछ महीनों पहले साइकिल वितरण के लिए मुख्यालय पर अटैचमेंट पर थे और उससे पहले वो चुनाव की प्रक्रिया में जिला मुख्यालय पर अटैच किए गए थे. इस बार कोई अधुरे गैर शैक्षणिक कार्य के लिए दोनों टीचरों को जिला मुख्यालय पर अस्थाई रूप से अटैच किया गया हैं.
संकुल प्राचार्य के आदेश पर किया गया था टीचरों को अटैच
वही स्कूल की हेड मास्टर हेमलता हाड़ा ने बताया कि उनके यहां कुल 7 शिक्षक पदस्थ है जिनमें से 2 शिक्षक संकुल कार्य की वजह से अस्थाई रूप से अटैच है. जोकि संकुल प्राचार्य का आदेश था. आगे उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए संकुल पर एक ही अकाउंटेंट है, जिसके वजह से छठा वेतनमान का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते दोनों टीचरों को अस्थाई रूप पदस्थ किया गया है. काफी दिनों से टीचरों के पदस्थ होने कि बात पर उन्होंने कहा कि कार्य जुलाई में ही पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन कर्मचारियों के ना होने कि वजह से ये काम नहीं हो पाया. वही आयुक्त के किसी भी टीचर के अस्थाई अटैच के दिए गए आदेश पर उन्होंने कहा कि काम के अधिकता की वजह से टीचरों को अटैच किया गया हैं.
तुरंत समाप्त किया जाएगा दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट
जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया से बात की गई और उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने प्राचार्य को शिक्षकों को अटैच करने के आदेश दिए थे, तो उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल से बात करके दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त करके वापस भेज दिया जाएगा, आगे उन्होंने कहा कि अटैचमेंट से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो होती है, जिसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है.