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राजगढ़: लगातार अटैचमेंट पर चल रहें जूनापानी स्कूल के 2 टीचर, छात्रों पढ़ाई हो रही प्रभावित - district education officer bs birosiya

राजगढ़ जिले के स्कूलों की रियलिटी चेक किया गया, तो शिक्षा विभाग की पोल खुल गई. स्कूल के क्लास टीचर होते हुए भी कुछ शिक्षक लगातार अटैचमेंट पर जिला मुख्यालय में पदस्थ कर दिए गए हैं, जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

जूनापानी स्कूल पर ईटीवी भारत का रियलिटी चैक
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Published : Oct 23, 2019, 10:58 AM IST

Updated : Oct 23, 2019, 2:00 PM IST

राजगढ़। जहां एक तरफ शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार बड़े- बड़े दावे कर रही है, तो वही दूसरी तरफ शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही उन दावों को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है. विभाग के कुछ अधिकारी लगातार अपनी मनमानी कर रहे हैं और ना सिर्फ बच्चों की पढ़ाई का नुकसान कर रहे हैं, बल्कि उनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया, जब ईटीवी भारत की टीम ने स्कूलों का रियलिटी चेक किया, पाया गया कि जूनापानी स्कूल में 7 शिक्षक पदस्थ हैं पर उनमें से 2 शिक्षक क्लास टीचर होते हुए भी लगातार अटैचमेंट पर जिला मुख्यालय में पदस्थ हैं.

जूनापानी स्कूल पर ईटीवी भारत का रियलिटी चैक


टीचरों के अटैचमेंट के चलते होती है छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
बता दें कि जूनापानी में पदस्थ शिक्षक दुलीचंद कुसुम लगभग अटैचमेंट पर ही रहते हैं, वो लगातार किसी ना किसी वजह से जिला मुख्यालय पर पदस्थ रहते हैं. जिसके चलते स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही हैं. टीचर दुलीचंद कुसुम जिला मुख्यालय पर गैर शैक्षणिक कार्य की पूर्ति के लिए अटैच किए गए हैं. वहीं कुछ महीनों पहले साइकिल वितरण के लिए मुख्यालय पर अटैचमेंट पर थे और उससे पहले वो चुनाव की प्रक्रिया में जिला मुख्यालय पर अटैच किए गए थे. इस बार कोई अधुरे गैर शैक्षणिक कार्य के लिए दोनों टीचरों को जिला मुख्यालय पर अस्थाई रूप से अटैच किया गया हैं.


संकुल प्राचार्य के आदेश पर किया गया था टीचरों को अटैच
वही स्कूल की हेड मास्टर हेमलता हाड़ा ने बताया कि उनके यहां कुल 7 शिक्षक पदस्थ है जिनमें से 2 शिक्षक संकुल कार्य की वजह से अस्थाई रूप से अटैच है. जोकि संकुल प्राचार्य का आदेश था. आगे उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए संकुल पर एक ही अकाउंटेंट है, जिसके वजह से छठा वेतनमान का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते दोनों टीचरों को अस्थाई रूप पदस्थ किया गया है. काफी दिनों से टीचरों के पदस्थ होने कि बात पर उन्होंने कहा कि कार्य जुलाई में ही पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन कर्मचारियों के ना होने कि वजह से ये काम नहीं हो पाया. वही आयुक्त के किसी भी टीचर के अस्थाई अटैच के दिए गए आदेश पर उन्होंने कहा कि काम के अधिकता की वजह से टीचरों को अटैच किया गया हैं.


तुरंत समाप्त किया जाएगा दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट
जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया से बात की गई और उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने प्राचार्य को शिक्षकों को अटैच करने के आदेश दिए थे, तो उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल से बात करके दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त करके वापस भेज दिया जाएगा, आगे उन्होंने कहा कि अटैचमेंट से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो होती है, जिसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है.

राजगढ़। जहां एक तरफ शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार बड़े- बड़े दावे कर रही है, तो वही दूसरी तरफ शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही उन दावों को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है. विभाग के कुछ अधिकारी लगातार अपनी मनमानी कर रहे हैं और ना सिर्फ बच्चों की पढ़ाई का नुकसान कर रहे हैं, बल्कि उनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया, जब ईटीवी भारत की टीम ने स्कूलों का रियलिटी चेक किया, पाया गया कि जूनापानी स्कूल में 7 शिक्षक पदस्थ हैं पर उनमें से 2 शिक्षक क्लास टीचर होते हुए भी लगातार अटैचमेंट पर जिला मुख्यालय में पदस्थ हैं.

जूनापानी स्कूल पर ईटीवी भारत का रियलिटी चैक


टीचरों के अटैचमेंट के चलते होती है छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
बता दें कि जूनापानी में पदस्थ शिक्षक दुलीचंद कुसुम लगभग अटैचमेंट पर ही रहते हैं, वो लगातार किसी ना किसी वजह से जिला मुख्यालय पर पदस्थ रहते हैं. जिसके चलते स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही हैं. टीचर दुलीचंद कुसुम जिला मुख्यालय पर गैर शैक्षणिक कार्य की पूर्ति के लिए अटैच किए गए हैं. वहीं कुछ महीनों पहले साइकिल वितरण के लिए मुख्यालय पर अटैचमेंट पर थे और उससे पहले वो चुनाव की प्रक्रिया में जिला मुख्यालय पर अटैच किए गए थे. इस बार कोई अधुरे गैर शैक्षणिक कार्य के लिए दोनों टीचरों को जिला मुख्यालय पर अस्थाई रूप से अटैच किया गया हैं.


संकुल प्राचार्य के आदेश पर किया गया था टीचरों को अटैच
वही स्कूल की हेड मास्टर हेमलता हाड़ा ने बताया कि उनके यहां कुल 7 शिक्षक पदस्थ है जिनमें से 2 शिक्षक संकुल कार्य की वजह से अस्थाई रूप से अटैच है. जोकि संकुल प्राचार्य का आदेश था. आगे उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए संकुल पर एक ही अकाउंटेंट है, जिसके वजह से छठा वेतनमान का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते दोनों टीचरों को अस्थाई रूप पदस्थ किया गया है. काफी दिनों से टीचरों के पदस्थ होने कि बात पर उन्होंने कहा कि कार्य जुलाई में ही पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन कर्मचारियों के ना होने कि वजह से ये काम नहीं हो पाया. वही आयुक्त के किसी भी टीचर के अस्थाई अटैच के दिए गए आदेश पर उन्होंने कहा कि काम के अधिकता की वजह से टीचरों को अटैच किया गया हैं.


तुरंत समाप्त किया जाएगा दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट
जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया से बात की गई और उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने प्राचार्य को शिक्षकों को अटैच करने के आदेश दिए थे, तो उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल से बात करके दोनों शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त करके वापस भेज दिया जाएगा, आगे उन्होंने कहा कि अटैचमेंट से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो होती है, जिसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है.

Intro:जिले में शिक्षा विभाग की लगातार देखी जा रही अनियमितताएं, अधिकारी कर रहे हैं अपनी मनमानी और अपनी मनमानी से किसी भी शिक्षक को कर लेते हैं अटैचमेंट, वही बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए पूर्व में राज्य लोक शिक्षण आयोग के आयुक्त अटैचमेंट खत्म करने के दे चुके हैं आदेश, परंतु अधिकारी फिर भी कर रहे हैं अवहेलना।


Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में जहां एक तरफ शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए सरकार काफी कार्यक्रम चला रही है ,वही विभाग के कुछ अधिकारी लगातार अपनी मनमानी कर रहे हैं और ना सिर्फ किसी स्कूल का नुकसान कर रहे हैं, बल्कि बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब ईटीवी भारत स्कूलों की रियलिटी चेक करने के लिए स्कूलों में गया हुआ था ,तब उन्होंने पाया कि जूनापानी स्कूल में 7 शिक्षक पदस्थ है परंतु उनमें से 2 शिक्षक क्लास टीचर होते हुए भी लगातार अटैचमेंट पर जिला मुख्यालय में पदस्थ हैं, वही जब इस बारे में पता किया गया तो पता लगा कि शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य ने कुछ शिक्षण कार्य करवाने हेतु उनका अटैचमेंट जिला मुख्यालय पर करवाया था, वही प्राचार्य के अनुसार वह शिक्षण का कार्य जून माह में ही पूर्ण हो जाना चाहिए था परंतु वह कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है जो दर्शाता है कि प्राचार्य द्वारा लगातार लापरवाही की जा रही है और वही दूसरे स्कूल के शिक्षकों को अपने कार्य में लगा कर उन मासूम बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है जो अभी एक कच्चे घड़े के समान है जिनको आज अगर किसी आकार में नहीं डाला गया, तो वह बाद में जाकर बहुत अत्यधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

इनमे से एक शिक्षक लगातार रहते है अटैचमेंट पर

जूनापानी में पदस्थ शिक्षक दुलीचंद कुसुम लगभग अटैचमेंट पर ही रहते हैं वह लगातार किसी ना किसी वजह से जिला मुख्यालय पर पदस्थ रहते हैं और लगातार उनके दूसरी जगह पदस्थ होने के वजह से उसे स्कूल में पढ़ने वाले अनेक छात्रों का लगातार नुकसान हो रहा है और उनकी पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है जहां दुलीचंद कुसुम अभी जिला मुख्यालय पर गैर शैक्षणिक कार्य की पूर्ति के लिए अटैच किया है, वही कुछ महीनों पहले साइकिल वितरण के लिए मुख्यालय पर अटैचमेंट पर थे, वही उससे पहले वे चुनाव की प्रक्रिया में जिला मुख्यालय पर अटैच किए गए थे।


इस बार कोई अधुरे गैर शैक्षणिक कार्य के लिए दोनों टीचरों को जिला मुख्यालय पर अस्थाई रूप से अटैच किया गया है, वहीं जब इस बारे में प्राचार्य हेमलता हाड़ा से बात की गई तो वह गोलमोल जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए संकुल पर एक ही अकाउंटेंट है, जिसके वजह से छठा वेतनमान का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा था, इस वजह से उन दोनों को यहां पर अस्थाई रूप से यहां पर पदस्थ किया है ,वही यह सब जिला शिक्षा अधिकारी के परमिशन से हो रहा है, वही जब उनसे पूछा गया कि वह यहां पर काफी दिनों से पदस्थ है जिस पर उन्होंने कहा कि यह कार्य जुलाई में ही पूरा हो जाना चाहिए था और बल्कि यह कार्य तो जून में ही पूरा हो जाना चाहिए था, जो एक और लापरवाही दर्शाती है कि किस तरह वह ना सिर्फ बच्चों का भविष्य खराब कर रही है बल्कि शिक्षकों के साथ भी एक नाइंसाफी कर रही है और कार्य में लगातार देरी कर रही है, वहीं आयुक्त के आदेश की भी अवहेलना करते हुए उन्होंने कहा कि काम का अधिकता के वजह से उनको यहां रखा गया था, वही जब पढ़ाई की बात आई तो उन्होंने झूठ बोलते हुए कहा कि वहां पर अन्य शिक्षकों को पदस्थ किया गया है ,परंतु वहां पर अभी सिर्फ 5 शिक्षक ही मौजूद है और स्कूल में कुल 7 शिक्षक हैं जिनमें से दो राजगढ़ मुख्यालय पर अस्थिय रूप से अटैच है जो खुद वहां के हेड मास्टर ने यह बात बताई।वही वे हर सवाल का जवाब गोलमोल देती रही।




Conclusion:वही जूनापानी के हेड मास्टर भगत जी बताते हैं कि उनके यहां पर कुल 7 शिक्षक पदस्थ है जिनमें से 2 शिक्षक संकुल पर अस्थाई रूप से अटैच है ,वही वह अभी किसी संकुल कार्य की वजह से अटैच किए गए हैं जो कि संकुल प्राचार्य मैडम का आदेश था, वहीं उन्होंने कहा कि हां हम लोगों को शैक्षणिक कार्य में काफी दिक्कत आती है क्योंकि दुलीचंद कुसुम और ललित कोसरवाल पिछले दो माह से संकुल पर अटैच है ,जिसके वजह से बच्चों को पढ़ाने में काफी दिक्कतें आ रही है और हमारे यहां पर 171 बच्चे पहली से आठवीं तक दर्ज है और यह सब कार्य सर शिक्षकों में बटा हुआ था परंतु अब 5 शिक्षकों को यह शैक्षणिक कार्य करना पड़ता है। जिसके वजह से बच्चों को पढ़ाने में काफी दिक्कतें आती हैं और वह दोनों आठवीं और अन्य कक्षा के क्लास टीचर भी है, वहीं उन्होंने बताया कि दुलीचंद कुसुम लगातार अटैचमेंट पर रहते हैं ।

वही जब इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया से बात की गई और उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने प्राचार्य को यह आदेश दिया था, कि उन दोनों शिक्षकों को अस्थाई रूप से वहां पर अटैच किया जाए ,तो उन्होंने कहा कि ऐसा मामला प्रकाश में आया है और अभी प्रिंसिपल से बात करके उन दोनों का अटैचमेंट समाप्त करके वापस भेज दिया जाएगा , वही उन्होंने कहा कि हां अटैचमेंट से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो होती है जिसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है।


विसुअल

स्कूल के
हाज़री रजिस्टर के

बाइट

जूनापानी हेडमास्टर भगतजी

हेमलता हाड़ा प्राचार्य शा. बा. उच्च. मा. विद्यालय राजगढ़ और संकुल प्रभारी

बी एस बिसोरिया जिला शिक्षा अधिकारी राजगढ़
Last Updated : Oct 23, 2019, 2:00 PM IST
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