राजगढ़। मध्य प्रदेश के सभी जिलों की विधानसभाओं में लोकतंत्र का महापर्व संपन्न हो चुका है. वोटिंग प्रतिशत भी निकलकर सामने आ चुके हैं. मध्यप्रदेश की यदि हम बात करें तो प्रदेश में इस बार 76 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है और वहीं राजगढ़ जिले में अंतिम सूची के अनुसार 84 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. ऐसे में ETV Bharat ने राजगढ़ जिले के उन टैक्सपेयर्स मतदाताओं से बात की जो डायरेक्ट या इन डायरेक्ट टैक्स के माध्यम से देश के विकास और उन्नति में अपना योगदान देते है. सत्ता में बैठने वाली सरकार से क्या अपेक्षा रखते है, देखिए हमारी ये रिपोर्ट.
मतदाताओं ने किया मत का प्रयोग: राजगढ़ जिला निर्वाचन आयोग की और से जारी अंतिम सूची के अनुसार यहां की पांचों विधानसभाओं में कुल 11 लाख से अधिक मतदाता दर्ज है. जिनमें 5 लाख 87 हजार 130 पुरुष मतदाता हैं. 5 लाख 62 हजार 135 महिला मतदाता है और 11 थर्ड जेंडर मतदाता दर्ज है. जिनमें से 9 लाख 70 हजार 322 मतदाताओं ने 17 नवंबर को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के मतदान में अपने मताधिकार का उपयोग किया है. जो की चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
84 प्रतिशत से अधिक हुआ मतदान: वहीं अगर जिले में हुए मतदान के प्रतिशत की बात की जाए तो जिले में कुल 84 प्रतिशत से अधिक मतदान संपन्न हुआ. जिसमें राजगढ़ जिले की खिलचीपुर विधानसभा में सबसे अधिक 86.84 प्रतिशत मतदान संपन्न हुआ. वही ब्यावरा और सारंगपुर में 84 प्रतिशत से अधिक और राजगढ़ व नरसिंहगढ़ में 83 प्रतिशत से अधिक मतदान देखने को मिला. राजगढ़ जिले में पुरुष मतदाता की यदि बात की जाए तो 86.85 प्रतिशत पुरुष मतदाता और 81.90 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. जिनमें 5 लाख 9 हजार 938 पुरुष मतदाता व 4 लाख 60 हजार 377 महिला मतदाता शामिल है.
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टैक्सपयर्स मतदाताओं ने की ईटीवी भारत से बात: इन्हीं मतदाताओं में से राजगढ़ जिले के वो टैक्सपेयर्स मतदाता जो की डायरेक्ट या इनडायरेक्ट टैक्स के माध्यम से देश के विकास व उन्नति के लिए टैक्स के रूप में अपना योगदान देते हैं. वे सत्तापक्ष में बैठने वाली सरकार से क्या अपेक्षाएं रखते हैं. उनसे ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने बड़ी ही बेबाकी से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सत्ता में बैठने वाली सरकार को चाहिए कि, वो मुफ्त में रेवड़ी बाटने के बजाय, लोगों को रोजगार से जोड़े. उनके लिए स्वरोजगार के नए आयाम स्थापित करें और उद्योग लगाएं ताकि आने वाले समय में वे भी टैक्सपेयर्स बन सके.