राजगढ़। राजगढ़ जिले में पिछले 5 दिनों में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, साथ ही कोरोना के इस दौर में टिड्डी दल का खतरा भी मंडरा रहा है. यह दल राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश के कई जिलों को परेशान कर चुका है. सीहोर, आगर मालवा और उज्जैन में टिड्डों ने भारी मात्रा में पहुंचकर काफी नुकसान पहुंचाया है. इसको लेकर मध्य प्रदेश शासन द्वारा पहले ही अलर्ट जारी किया गया था. जिला कलेक्टर राजगढ़ ने भी अपने समस्त एसडीएम को तैयारी सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
कलेक्टर ने कहा है कि राजगढ़ जिले में राजस्थान और समीपवर्ती जिले से टिड्डी दल के प्रवेश करने की संभावना है, इसका प्रकोप जिले में नहीं हो और बचाव के लिए नियमानुसार व्यवस्थाएं किया जाना आवश्यक है.
- सीमावर्ती थानों और तहसीलों से संपर्क में रहकर टिड्डी दल के मूवमेंट की निगरानी करना
- सीमावर्ती ग्रामों में उपलब्ध ट्रैक्टर चलित स्प्रे पंप को पानी भर कर तैयार रखना, ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके या जो कृषकों के पास हो
- टिड्डी दल को भगाने के लिए ढोल थाली बजाना भी प्रभावी है, इसकी सूचना प्रसारित करने के आदेश दिए हैं.
- निगरानी के लिए पटवारी, पंचायत सचिव और मैदानी अमले को क्षेत्र में सर्वे करने के लिए निर्देशित करने के आदेश दिए हैं.
- इसके नियंत्रण के लिए निम्न कीटनाशक दवाइयों की मात्रा प्रति हेक्टेयर आवश्यक है.
- क्लोरोपायरीफास 20 ई.सी. की 1200 मिली 500 लीटर पानी मे
- क्लोरोपायरीफास 50 ई.सी. की 500 मिली 500 लीटर पानी मे
- लेम्डासयहेलोथ्रीन 5 ई.सी. की 400 मिली 500 लीटर पानी मे - इसकी जानकारी समूहों में भेजी जाए और टिड्डी दल के संभावित एंट्री प्वाइंट पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तैयार की जाए.