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थप्पड़ कांड की जांच करने भोपाल से अधिकारी पहुंचे राजगढ़, गोपनीय रखी जांच रिपोर्ट

ब्यावरा में सीएए की रैली के दौरान हुए थप्पड़ कांड में भोपाल से दो वरिष्ठ अधिकारी बुधवार को राजगढ़ पहुंचे. जिन्होंने इस पूरे मामले की गहनता से जांच की.

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थप्पड़ कांड की जांच करने भोपाल से अधिकारी पहुंचे राजगढ़
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Published : Feb 12, 2020, 11:54 PM IST

राजगढ़। ब्यावरा में सीएए की रैली के दौरान हुआ थप्पड़ कांड का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. इस मामले में स्थानीय स्तर पर एक जांच रिपोर्ट पुलिस और राजस्व ने भेज दी है, लेकिन इस मामले की गंभीरता से जांच के लिए शासन के दो वरिष्ठ अधिकारी बुधवार को राजगढ़ पहुंचे. जिन्होंने इस पूरे मामले की गहनता से जांच की. हालांकि इस मामले में किसी भी तरह की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. वहीं जांच रिपोर्ट भोपाल ले जाने की बात कहीं है.

थप्पड़ कांड की जांच करने भोपाल से अधिकारी पहुंचे राजगढ़

भोपाल से आए जांच अधिकारी सुबह राजगढ़ पहुंचे और पहले उन्होंने पुलिस द्वारा भेजी गई जांच की सत्यता को जांचा. इस दौरान उन्होंने एएसआई नरेश शर्मा के भी बयान लिए, हालांकि शर्मा ने बयान में अधिकारियों को क्या बताया यह गोपनीय रखा गया. इस संबंध में शर्मा ने भी कुछ कहने से इनकार कर दिया, जबकि राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट को लेकर दोपहर तीन बजे के बाद एक बार फिर जांच की गई. कलेक्ट्रेट में इस पूरे मामले से जुड़े हुए विभिन्न अधिकारियों से पूछताछ की गई. जो घटना के दौरान वहां मौजूद थे और जो इस घटना से जुड़े हुए हैं. इस घटना को लेकर लगातार राजनीति हो रही है.

ये है मामला-

सीएए के समर्थन में पिछले माह 19 जनवरी को जिले के ब्यावरा में भाजपा ने एक रैली निकाली थी. इस दौरान कलेक्टर ने इस रैली को धारा 144 जिले में लगी होने के कारण अनुमति नहीं दी थी. इसके बाद भी जब यह रैली निकाली गई तो कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया था, इसको लेकर जहां भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गाव और राकेश सिंह ने ब्यावरा पहुंचकर एक बड़ी सभा करते हुए मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की.

यह मामला थम भी नहीं पाया कि कुछ दिन बाद एक एएसआई नरेश शर्मा ने भी कलेक्टर निधि निवेदिता पर आरोप लगाते हुए उन्हें भी थप्पड़ मारने की एसपी को शिकायत की थी. जिसको लेकर पिछले दिनों सौम्या अग्रवाल और एडीएम ने की गई जांच को शासन को भेजा था. दोनों ही अधिकारियों द्वारा की गई जांच रिपोर्ट अलग-अलग होने को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए, इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों का एक पैनल बनाया. उन्हें जांच के लिए राजगढ़ भेजा. इस टीम में नगरी प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे और एडीजी उपेंद्र जैन शामिल हैं.

राजगढ़। ब्यावरा में सीएए की रैली के दौरान हुआ थप्पड़ कांड का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. इस मामले में स्थानीय स्तर पर एक जांच रिपोर्ट पुलिस और राजस्व ने भेज दी है, लेकिन इस मामले की गंभीरता से जांच के लिए शासन के दो वरिष्ठ अधिकारी बुधवार को राजगढ़ पहुंचे. जिन्होंने इस पूरे मामले की गहनता से जांच की. हालांकि इस मामले में किसी भी तरह की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. वहीं जांच रिपोर्ट भोपाल ले जाने की बात कहीं है.

थप्पड़ कांड की जांच करने भोपाल से अधिकारी पहुंचे राजगढ़

भोपाल से आए जांच अधिकारी सुबह राजगढ़ पहुंचे और पहले उन्होंने पुलिस द्वारा भेजी गई जांच की सत्यता को जांचा. इस दौरान उन्होंने एएसआई नरेश शर्मा के भी बयान लिए, हालांकि शर्मा ने बयान में अधिकारियों को क्या बताया यह गोपनीय रखा गया. इस संबंध में शर्मा ने भी कुछ कहने से इनकार कर दिया, जबकि राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट को लेकर दोपहर तीन बजे के बाद एक बार फिर जांच की गई. कलेक्ट्रेट में इस पूरे मामले से जुड़े हुए विभिन्न अधिकारियों से पूछताछ की गई. जो घटना के दौरान वहां मौजूद थे और जो इस घटना से जुड़े हुए हैं. इस घटना को लेकर लगातार राजनीति हो रही है.

ये है मामला-

सीएए के समर्थन में पिछले माह 19 जनवरी को जिले के ब्यावरा में भाजपा ने एक रैली निकाली थी. इस दौरान कलेक्टर ने इस रैली को धारा 144 जिले में लगी होने के कारण अनुमति नहीं दी थी. इसके बाद भी जब यह रैली निकाली गई तो कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया था, इसको लेकर जहां भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गाव और राकेश सिंह ने ब्यावरा पहुंचकर एक बड़ी सभा करते हुए मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की.

यह मामला थम भी नहीं पाया कि कुछ दिन बाद एक एएसआई नरेश शर्मा ने भी कलेक्टर निधि निवेदिता पर आरोप लगाते हुए उन्हें भी थप्पड़ मारने की एसपी को शिकायत की थी. जिसको लेकर पिछले दिनों सौम्या अग्रवाल और एडीएम ने की गई जांच को शासन को भेजा था. दोनों ही अधिकारियों द्वारा की गई जांच रिपोर्ट अलग-अलग होने को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए, इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों का एक पैनल बनाया. उन्हें जांच के लिए राजगढ़ भेजा. इस टीम में नगरी प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे और एडीजी उपेंद्र जैन शामिल हैं.

Intro:
थप्पड़ कांड की जांच करने पहुंचे भोपाल से अधिकारी पहुंचे राजगढ़

गोपनीय रखी जांच रिपोर्ट, सोपेंगे बरिष्ठ कार्यालय

Body:ब्यावरा में सीएए की रैली के दौरान उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। भले ही इस मामले में स्थानीय स्तर पर एक जांच रिपोर्ट पुलिस और राजस्व द्वारा भेज दी गइ हो लेकिन मामला हाइफाइ होने के कारण एक बार फिर इस मामले की गंभीरता से जांच के लिए शासन के दो बरिष्ठ अधिकारी बुधवार को राजगढ़ पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले की गहनता से जांच की। यह जांच सुबह 11 बजे से शुरू हुई और देर शाम तक चलती रही। हालांकि इस मामले में किसी भी तरह की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गइ। और जांच रिपोर्ट भोपाल ले जाने की बात कही।
दो चरणों मे की गई जांच
भोपाल से आए जांच अधिकारी सुबह राजगढ़ पहुंचे और पहले उन्होंने पुलिस द्वारा भेजी गई जांच की सत्यता को जांचा। इस दौरान उन्होंने एएसआई नरेश शर्मा के भी बयान लिए। हालांकि शर्मा ने बयान में अधिकारियों को क्या बताया यह गोपनीय रखा गया। इस संबंध में शर्मा ने भी कुछ कहने से इनकार कर दिया। जबकि राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट को लेकर दोपहर तीन बजे के बाद एक बार फि र जांच की गइ। कलेक्ट्रेट में इस पूरे मामले से जुड़े हुए विभिन्न अधिकारियों से पूछताछ की गई जो घटना के दौरान वहां मौजूद थे या इस घटना से जुड़े हुए हैं।
चर्चाओ में है मामला
ब्यावरा में घटी इस घटना को लेकर लगातार राजनीति हो या फि र प्रशासनिक अमले में गर्माहट बनी हुई है। जिसमें पहले भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने नजर आई और अब प्रशासनिक अधिकारी हुई बटे हुए दिखते हैं।
Conclusion:सीएए के समर्थन में पिछले माह 19 जनवरी को जिले के ब्यावरा में भाजपा द्वारा एक रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान कलेक्टर द्वारा इस रैली को धारा 144 जिले में लगी होने के कारण अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बाद भी जब यह रैली निकाली गइ तो कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया था। इसको लेकर जहां भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के इरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गाव और राकेश सिंह ने ब्यावरा पहुंचकर एक बड़ी सभा करते हुए मामले में एफ आई आर दर्ज करने की मांग की। इस दौरान मंच से कलेक्टर को लेकर पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव ने अभद्र टिप्पड़ी कर दी जिसके बाद भाजपा वेकफुट पर हो गइ। यह मामला थम भी नहीं पाया कि कुछ दिन बाद एक एएसआइ नरेश शर्मा ने भी कलेक्टर निधि निवेदिता पर आरोप लगाते हुए उन्हे भी थप्पड़ मारने की एसपी को शिकायत की थी। जिसको लेकर पिछले दिनों सौम्या अग्रवाल और एडीएम द्वारा की गइ जांच को शासन को भेजा गइ थी। दोनों ही अधिकारियों द्वारा की गई जांच रिपोर्ट अलग-अलग होने को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों का एक पैनल बनाइ। उन्हें जांच के लिए राजगढ़ भेजा। इस टीम में नगरी प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे और एडीजी उपेंद्र जैन शामिल हैं।


विसुअल

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