राजगढ़। राजगढ़ के ब्यावरा में एक मां ने अपने बेटे की हत्या का आरोप उसके पिता पर ही लगाया है. उसने इस वारदात की थाने में शिकायत की. उसने पुलिस को बताया कि उकके पहले पति और उसकी पत्नी ने मिलकर उसके नाबलिग बेटे को मारकर जला दिया है. और हत्या की बात को छुपा रहे हैं.
- पति-पत्नी में था सौतेले बेटे को लेकर विवाद
वहीं इस मामले में जब पुलिस को पूछताछ में पता चला कि पर्वत व अरूण की सौतेली मां ममताबाई अरूण के साथ आए दिन मारपीट करते थे. परिवार से दूर करने के लिए पिछले साल अरूण को हाॅस्टल में भी रखा गया था. कुछ समय पहले अरूण के साथ मारपीट करके उसे पडोनिया के आश्रम में भी रहने के लिए छोड़ दिया था. कुछ दिन बाद आश्रम वालों के समझाने पर पर्वत सिंह अरूण को फिर से घर ले आया था.
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- पिता ने पत्नी की खुशी के लिए ली बेटे की जान
घटना के 20 दिन पहले ही ममता अपने गांव बिजावन यह कहकर चली गयी कि या तो इस घर में अरूण रहेगा या मैं रहूंगी. पर्वत ममताबाई को लेने उसके गांव गया तो वह नहीं आयी. इस बात को लेकर पर्वत परेशान रहने लगा और पर्वत ने अपनी वर्तमान पत्नी ममता को खुश करने के लिये अपने ही बेटे अरूण को मारने की बात सोची और होली के दिन जब पूरा गांव होली त्योहार मनाने जुटा था तो पर्वत ने मौका पाकर वारदात को अंजाम दे दिया.
- पुलिस ने किया केस दर्ज
घटना को छुपाने के लिए पर्वत ने अपने चचेरे भाई जितेन्द्र को फोन लगाकर घटना की पूरी बात बताई और सबूत मिटाने के लिए सुबह जल्दी अरूण का अंतिम संस्कार करने की योजना बनाई. उसने अपने बेटे अरूण की हत्या कर पुलिस को गुमराह करने के लिए चौबे लाॅज ब्यावरा में आकर रूका. सुबह उठकर जितेन्द्र को फोन लगाकर लोगों को और रिश्तेदारों को अरूण को खेत में मरे पड़े होने की सूचना देकर गुमराह किया. लोगों के खेत में पहुंचने के बाद पीछे से पहुंचकर जितेन्द्र के साथ मिलकर अरूण का अंतिम संस्कार कर दिया. पुलिस ने आरोपी पर्वत सिंह लोधा, उसकी वर्तमान पत्नी ममताबाई और चचेरे भाई जितेन्द्र को गिरफ्तार करते हुए उन पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.