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वायरल फीवर से लेकर सर्दी जुकाम के लिए होम्योपैथी में यह हैं इलाज , एक्सपर्ट ने बताएं नुस्खे - एलोपैथिक

बारिश के खत्म होने के बाद वायरल फीवर और सर्दी जुकाम जैसी घातक बीमारियों के मरीजों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके इलाज के लिए लोग सिर्फ एलोपैथी ही नहीं बल्कि होम्योपैथी का भी सहारा ले रहे हैं.

बीमारियों से निपटने के लिए लोग ले रहे होम्योपैथी दवाईयों का सहारा
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Published : Oct 13, 2019, 8:16 AM IST

Updated : Oct 13, 2019, 9:48 AM IST

राजगढ़। प्रदेश और जिले में लगातार पिछले 3 महीने से बारिश का दौर चल रहा था. वहीं बारिश बंद होने के बाद वायरल फीवर, सर्दी जुकाम और अन्य बीमारियों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. जिसके चलते लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिसके इलाज के लिए लोग एलोपैथी के अलावा होम्योपैथी का भी सहारा ले रहे हैं, जो कि काफी सस्ता और सुरक्षित माना जाता है.

बिमारियों से निपटने के लिए लोग ले रहे होम्योपैथी दवाईयों का सहारा


वहीं होम्योपैथिक एक्सपर्ट और आयुष विभाग में पदस्थ डॉ चौहान ने बताया कि होम्योपैथिक में कई वायरल फीवर और सर्दी जुकाम के लिए काफी प्रीवेंटिव मेडिसिंस है. सर्दी जुखाम और बुखार में इंफ्लुएंजिम नाम की होम्योपैथिक दवाई है जो 200 पोटेंसी में ले सकते हैं. जोकि वैक्सीन का काम करती है.


वहीं वायरल फीवर के लिए जेल्सीमियम दवाई, डेंगू के लक्षण के लिए क्योंपेटएरियम नाम की दवाई 200 पोटेंसी में ली जा सकती हैं पर डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना दवाई ना लें.

राजगढ़। प्रदेश और जिले में लगातार पिछले 3 महीने से बारिश का दौर चल रहा था. वहीं बारिश बंद होने के बाद वायरल फीवर, सर्दी जुकाम और अन्य बीमारियों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. जिसके चलते लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिसके इलाज के लिए लोग एलोपैथी के अलावा होम्योपैथी का भी सहारा ले रहे हैं, जो कि काफी सस्ता और सुरक्षित माना जाता है.

बिमारियों से निपटने के लिए लोग ले रहे होम्योपैथी दवाईयों का सहारा


वहीं होम्योपैथिक एक्सपर्ट और आयुष विभाग में पदस्थ डॉ चौहान ने बताया कि होम्योपैथिक में कई वायरल फीवर और सर्दी जुकाम के लिए काफी प्रीवेंटिव मेडिसिंस है. सर्दी जुखाम और बुखार में इंफ्लुएंजिम नाम की होम्योपैथिक दवाई है जो 200 पोटेंसी में ले सकते हैं. जोकि वैक्सीन का काम करती है.


वहीं वायरल फीवर के लिए जेल्सीमियम दवाई, डेंगू के लक्षण के लिए क्योंपेटएरियम नाम की दवाई 200 पोटेंसी में ली जा सकती हैं पर डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना दवाई ना लें.

Intro:जहां जिले और मध्य प्रदेश में बारिश के खत्म होने के बाद वायरल फीवर और सर्दी जुकाम जैसी घातक बीमारियां लगातार अपने पैर पसार रही है और लगातार लोगों को बीमार कर रही है इसी का इलाज ना सिर्फ एलोपैथिक में है बल्कि होम्योपैथिक भी इसके इलाज में कारगर साबित हो सकती है इसी को लेकर एक्सपर्ट्स ने दिए अपने व्यू।


Body:जहां पूरे मध्यप्रदेश में और जिले में लगातार पिछले 3 माह से बारिश का दौर चल रहा था और कुछ दिनों से बारिश थम गई है, और लगभग ऐसा लग रहा है कि मानसून का यह भयवाह दौर खत्म हो गया है और सभी दूर बारिश लगभग बंद हो चुकी है, वहीं बारिश बंद होने के बाद जहां जिले से लेकर अन्य जगहों पर वायरल फीवर, सर्दी जुखाम और अन्य बीमारियों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं और लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है ,वहीं जहां लोग एलोपैथिक इलाज करवा रहे हैं ,वही होम्योपैथिक में भी इसका कारगर इलाज मौजूद है जो ना सिर्फ काफी सस्ता है बल्कि काफी सुरक्षित भी माना जाता है, वही जब इस बारे में हमने होम्योपैथिक एक्सपर्ट और आयुष विभाग में डॉक्टर के पद पर पदस्थ डॉ चौहान से बात की तो उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक में कई वायरल फीवर और सर्दी जुकाम के लिए काफी प्रीवेंटिव मेडिसिंस है, उन्होंने बताया कि अगर आपको सर्दी जुकाम और बुखार होता है तो होम्योपैथिक में इंफ्लुएंजिम नाम की दवाई आती है जो 200 पोटेंसी में ले सकते हैं और यह दवाई वैक्सीन का काम करती है, वही वायरल फीवर के लिए जेल्सीमियम दवाई को लिया जा सकता है वहीं अगर आपको डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप क्योंपेटएरियम नाम की दवाई 200 पोटेंसी में ले सकते हैं, वही आपको इस मौसम में अगर कुछ भी सर्दी जुकाम या ऐसा लक्षण दिखाई देते हैं तो आप होम्योपैथिक की दवाई के साथ-साथ डॉक्टर से भी कंसल्ट करें ताकि और अन्य बीमारियों से बचा जा सके और दवाइयों में भी डॉक्टर का कंसल्ट जरूर करें।


Conclusion:वही हमारे जिले में मलेरिया के लिए प्रोग्राम चला रहे हैं जिसमें हम मलेरिया से संबंधित प्रीवेंटिव दवाइयां लोगों को खिला रहे हैं मलेरिया ऑफ 200, इस दवाई को 3 हफ्ते तक लेना है और वही एक हफ्ते में सिर्फ एक खुराक ही इस दवाई की लेनी है और ऐसा लगातार तीन हफ्तों तक करना है, नहीं मच्छरों के काटने से जो मलेरिया होता है वह इस दवाई के खाने से होने के चांसेस ना के बराबर हो जाते हैं, वहीं प्रिकॉशंस के बारे में डॉक्टर ने बताया कि जैसे कि सीजनल जो बीमारियां हैं और वायरल जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है इसके लिए आपको अगर सर्दी जुकाम है ,तो आप घर पर आराम करें और अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर जाएं, वहीं उन्होंने बताया कि यह सभी बीमारियां एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है , वही मलेरिया और मच्छरों से होने वाली बीमारियों के लिए आपको अपने घर के आस-पास पानी को जमा न होने दें और रात में मच्छरदानी लगाकर ही सोए और वही खुद को स्वस्थ रखने के लिए हेल्दी डाइट लें और ज्यादा से ज्यादा फल फ्रूट का इस्तेमाल करें।


बाइट

डॉ चौहान, होम्योपैथी एक्सपर्ट, डिस्ट्रिक्ट आयुष विभाग
Last Updated : Oct 13, 2019, 9:48 AM IST
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