रायसेन। देश में कोरोना के मामले बढ़कर 30 हज़ार के करीब पहुंच गए हैं. देश के करीब 247 जि़लों में कोरोना फैल चुका है. मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और केरल समेत कई राज्यों में कोरोना ने कहर बरपाया है.
कोरोना के कहर को देखते हुए 36 दिनों के लॉकडाउन के बाद भी रायसेन में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 51 पहुंच गई. कोरोना से निपटने के लिए रायसेन के बेगमगंज तहसील अंतर्गत मरखेड़ा टप्पा गांव में ग्रामीणों ने किसी भी बाहरी व्यक्ति के गांव में आने या किसी ग्रामीण के गांव से बाहर जाने पर गांव में प्रवेश करने वाले दोनों रास्तों पर नाका लगाकर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.
मरखेड़ा टप्पा गांव में लॉकडाउन के चलते शासन प्रशासन के वाहनों को ग्रामीणों ने गांव के बाहर ही रोका और उन्हें सेनिटाइज करके गांव में प्रवेश दिया. तहसीलदार निकिता तिवारी, थाना प्रभारी घनश्याम शर्मा ने गांव वालों की जागरूकता को देखते हुए जमकर तारीफ की और उत्साहवर्धन किया.
क्यों की नाकाबंदी
रायसेन जिले के गैरतगंज में एक कोरेना मरीज मिलने के बाद गांव में हडक़ंप मच गया. ग्रामीणों ने गांव के मुख्य पथ पर नाकाबंदी कर दी है. ग्रामीणों ने कोरोना योद्धा समिति पहले ही बना ली थी और तालाब में कुछ मछुआरे मच्छी पकडऩे आते थे, जिन्हें गांव वालों ने पूर्णता आने से मना कर दिया.
यहां तक कि गांव के लोग जो बाहर के राज्यों में काम करने गए हैं और जो वापस आ रहे हैं. उन्हें भी स्वास्थ्य जांच के बाद गांव में प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए गांव में प्रवेश पर रोक लगायी है.
बच्चों ने पुलिस और प्रशासन को अनुशासित ढंग से किया सेल्यूट
ग्राम मरखेड़ा टप्पा में पुलिस एवं प्रशासन अपनी गाडिय़ों समेत जैसे ही ग्राम में प्रवेश किया, गांव में उपस्थित सोशल डिस्टेंसिंग में खड़े होकर 4 बच्चों ने उन्हें सैल्यूट किया. तहसीलदार और थाना प्रभारी घनश्याम शर्मा ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया.