रायसेन। नर्मदा घाट बोरास में रेत खुदाई के दौरान एक अनोखी मूर्ति मिली है. यहां पांच फीट की इच्छाधारी नाग-नागिन की मूर्ति रेत और कचरे के बीच दबी हुई मिली. जिसे भगवान का चमत्कार मानते हुए लोगों ने मूर्ति की स्थापना कर पूजा-पाठ की.
यूं तो रायसेन जिला पुरासंपदाओं से भरा हुआ है. उदयपुरा तहसील के नर्मदा घाट बोरास के करहैया कला गांव में 10वीं शताब्दी की दुर्लभ मूर्ति रेत में गड़ी हुई मिली. इसकी ऊंचाई 5 फीट है. मूर्ति के ऊपरी हिस्से में मानव आकृति और निचले हिस्से में नाग आकृति बनी हुई है. बता दें कि इस इच्छाधारी नागिन की प्रतिमा को सामान्य पत्थर समझकर निकाला जा रहा था, जो अद्भुत मूर्ति के रूप में सामने आई है.
ग्रामीणों ने भगवान का चमत्कार मानते हुए उसी स्थान पर मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ शुरू कर दी. लोगों का कहना है कि ऐसी मूर्ति उन्होंने कभी नहीं देखी है. ये अति दुर्लभ मूर्ति है, नर्मदा किनारे मंदिर बनाकर मूर्ति को रखा जाएगा. विंध्याचल पर्वत और नर्मदा क्षेत्र ऐसी कई अनोखी, दुर्लभ और पुरातात्विक महत्व की चीजों से बिखरा हुआ है. अब जिम्मेदारी बनती है पुरातत्व विभाग की, जो इन्हें संरक्षित करने का जिम्मा उठाए.