रायसेन। जिले में किसानों के लिए सौर ऊर्जा वरदान बन गई है. अब किसान बिजली के भरोसे नहीं रह रहे हैं. किसानों ने अपने-अपने खेतों में सोलर पैनल लगवा लिए हैं. किसान अब सौर ऊर्जा से ही पम्प चलाकर सिंचाई कर रहें हैं.
870 किसानों ने लगवाए सोलर पैनल, ऊर्जा संरक्षण में रायसेन प्रथम पायदन पर
जिले के 870 किसानों ने अपने खेतों पर सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप लगवा हैं. जिससे अब वे सुबह से शाम तक ट्यूबवेल चला रहे हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा किसानों ने अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाने के लिए आवेदन दिए हैं. ऊर्जा संरक्षण की दिशा में रायसेन प्रदेश भर में अब प्रथम पायदन पर पहुंच गया हैं. जहां सबसे ज्यादा किसानों ने ऊर्जा की बचत करने के लिए अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाए हैं. किसान बिजली की समस्या से मुक्ति पाने के लिए अपने खेतों में सोलर पंप लगवा रहे हैं.
किसानों को नहीं होना होगा अब बिजली के लिए परेशान
शार्ट सर्किट से फसलों में आग न लगे इस लिए गर्मी में 2 माह के लिए बिजली विभाग बिजली सप्लाई बंद कर देता है. जिससे किसानों का खेती करना संभव नहीं होता है. लेकिन अब सौर पम्प की मदद से किसान गर्मी में भी अपने खेतों से आसानी से चौथी फसल उगा सकेंगें. कृषक बृजेन्द्र बघेल ने बताया कि, जब से सोलर पम्प लगवाया है, तब से बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है. मोबाइल के माध्यम से घर पर बैठकर ही खेत के पम्प को चालू कर सकते है और बंद भी.
सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में काम चालू
इसके अलावा सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में भी बिजली की बचत करने की दिशा में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है. मप्र ऊर्जा विकास निगम केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले 90 प्रतिशत अनुदान के आधार पर मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना के तहत किसानों को ये सुविधा उपलब्ध करा रहा है.
केन्द्र एवं राज्य सरकार दे रही है सब्सिडी
किसान जो सोलर पम्प लगवा रहे हैं, उस पर 90 प्रतिशत तक केन्द्र एवं राज्य सरकार संयुक्त रूप से सब्सिडी प्रदान कर रही है. मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम की मदद से ये सोलर पम्प लगवाए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 1 एचपी की सोलर पम्प लगवाने की लागत 1 लाख 75 हजार 480 रूपए है, लेकिन किसानों को केवल 17 हजार 500 रूपए देना है. इसी तरह 5 एचपी सोलर पम्प की लागत 4 लाख 53 हजार 680 रूपए है लेकिन किसानों को सिर्फ 68 हजार रुपए देना होता है.