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रायसेन: किसानों के लिए वरदान बनी सौर ऊर्जा, फसलों की सिंचाई हुई आसान - energy conservation

मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम की मदद से रायसेन में किसान सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर खेती कर रहे हैं. रायसेन ऊर्जा संरक्षण में प्रदेश भर में पहले पायदन पर पहुंच गया हैं.

Raisen in first postion for energy conservation
किसानों के लिए वरदान बनी सौर ऊर्जा
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Published : Dec 17, 2019, 3:14 PM IST

रायसेन। जिले में किसानों के लिए सौर ऊर्जा वरदान बन गई है. अब किसान बिजली के भरोसे नहीं रह रहे हैं. किसानों ने अपने-अपने खेतों में सोलर पैनल लगवा लिए हैं. किसान अब सौर ऊर्जा से ही पम्प चलाकर सिंचाई कर रहें हैं.

किसानों के लिए वरदान बनी सौर ऊर्जा

870 किसानों ने लगवाए सोलर पैनल, ऊर्जा संरक्षण में रायसेन प्रथम पायदन पर

जिले के 870 किसानों ने अपने खेतों पर सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप लगवा हैं. जिससे अब वे सुबह से शाम तक ट्यूबवेल चला रहे हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा किसानों ने अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाने के लिए आवेदन दिए हैं. ऊर्जा संरक्षण की दिशा में रायसेन प्रदेश भर में अब प्रथम पायदन पर पहुंच गया हैं. जहां सबसे ज्यादा किसानों ने ऊर्जा की बचत करने के लिए अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाए हैं. किसान बिजली की समस्या से मुक्ति पाने के लिए अपने खेतों में सोलर पंप लगवा रहे हैं.

किसानों को नहीं होना होगा अब बिजली के लिए परेशान

शार्ट सर्किट से फसलों में आग न लगे इस लिए गर्मी में 2 माह के लिए बिजली विभाग बिजली सप्लाई बंद कर देता है. जिससे किसानों का खेती करना संभव नहीं होता है. लेकिन अब सौर पम्प की मदद से किसान गर्मी में भी अपने खेतों से आसानी से चौथी फसल उगा सकेंगें. कृषक बृजेन्द्र बघेल ने बताया कि, जब से सोलर पम्प लगवाया है, तब से बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है. मोबाइल के माध्यम से घर पर बैठकर ही खेत के पम्प को चालू कर सकते है और बंद भी.

Farmers doing solar pump irrigation
सोलर पंप से सिंचाई करते किसान


सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में काम चालू

इसके अलावा सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में भी बिजली की बचत करने की दिशा में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है. मप्र ऊर्जा विकास निगम केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले 90 प्रतिशत अनुदान के आधार पर मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना के तहत किसानों को ये सुविधा उपलब्ध करा रहा है.

केन्द्र एवं राज्य सरकार दे रही है सब्सिडी

किसान जो सोलर पम्प लगवा रहे हैं, उस पर 90 प्रतिशत तक केन्द्र एवं राज्य सरकार संयुक्त रूप से सब्सिडी प्रदान कर रही है. मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम की मदद से ये सोलर पम्प लगवाए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 1 एचपी की सोलर पम्प लगवाने की लागत 1 लाख 75 हजार 480 रूपए है, लेकिन किसानों को केवल 17 हजार 500 रूपए देना है. इसी तरह 5 एचपी सोलर पम्प की लागत 4 लाख 53 हजार 680 रूपए है लेकिन किसानों को सिर्फ 68 हजार रुपए देना होता है.

रायसेन। जिले में किसानों के लिए सौर ऊर्जा वरदान बन गई है. अब किसान बिजली के भरोसे नहीं रह रहे हैं. किसानों ने अपने-अपने खेतों में सोलर पैनल लगवा लिए हैं. किसान अब सौर ऊर्जा से ही पम्प चलाकर सिंचाई कर रहें हैं.

किसानों के लिए वरदान बनी सौर ऊर्जा

870 किसानों ने लगवाए सोलर पैनल, ऊर्जा संरक्षण में रायसेन प्रथम पायदन पर

जिले के 870 किसानों ने अपने खेतों पर सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप लगवा हैं. जिससे अब वे सुबह से शाम तक ट्यूबवेल चला रहे हैं. वहीं 3 हजार से ज्यादा किसानों ने अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाने के लिए आवेदन दिए हैं. ऊर्जा संरक्षण की दिशा में रायसेन प्रदेश भर में अब प्रथम पायदन पर पहुंच गया हैं. जहां सबसे ज्यादा किसानों ने ऊर्जा की बचत करने के लिए अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाए हैं. किसान बिजली की समस्या से मुक्ति पाने के लिए अपने खेतों में सोलर पंप लगवा रहे हैं.

किसानों को नहीं होना होगा अब बिजली के लिए परेशान

शार्ट सर्किट से फसलों में आग न लगे इस लिए गर्मी में 2 माह के लिए बिजली विभाग बिजली सप्लाई बंद कर देता है. जिससे किसानों का खेती करना संभव नहीं होता है. लेकिन अब सौर पम्प की मदद से किसान गर्मी में भी अपने खेतों से आसानी से चौथी फसल उगा सकेंगें. कृषक बृजेन्द्र बघेल ने बताया कि, जब से सोलर पम्प लगवाया है, तब से बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है. मोबाइल के माध्यम से घर पर बैठकर ही खेत के पम्प को चालू कर सकते है और बंद भी.

Farmers doing solar pump irrigation
सोलर पंप से सिंचाई करते किसान


सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में काम चालू

इसके अलावा सरकारी ऑफिस, कॉलेज और अस्पतालों में भी बिजली की बचत करने की दिशा में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है. मप्र ऊर्जा विकास निगम केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले 90 प्रतिशत अनुदान के आधार पर मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना के तहत किसानों को ये सुविधा उपलब्ध करा रहा है.

केन्द्र एवं राज्य सरकार दे रही है सब्सिडी

किसान जो सोलर पम्प लगवा रहे हैं, उस पर 90 प्रतिशत तक केन्द्र एवं राज्य सरकार संयुक्त रूप से सब्सिडी प्रदान कर रही है. मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम की मदद से ये सोलर पम्प लगवाए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 1 एचपी की सोलर पम्प लगवाने की लागत 1 लाख 75 हजार 480 रूपए है, लेकिन किसानों को केवल 17 हजार 500 रूपए देना है. इसी तरह 5 एचपी सोलर पम्प की लागत 4 लाख 53 हजार 680 रूपए है लेकिन किसानों को सिर्फ 68 हजार रुपए देना होता है.

Intro:एंकर रायसेन जिले में किसानों के लिए वरदान बन गई है सौर ऊर्जा,किसानों को अब बिजली के भरोसे नहीं रहना पड़ रहा है। किसानों ने अपने अपने खेतों में सौलर पैनल लगवाकर सौर ऊर्जा से कृषि पम्प के माध्यम से सिंचाई कार्य किया जा रहा है। सबसे खास बात यह है कि बिजली विभाग द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से गर्मी के मौसम में शार्ट सर्किट से फसलों में आग ना लगे इसके लिए 2 माह तक बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है और ऐसे में किसानों का खेती करना संभव नहीं होता है। लेकिन अब सौर पम्प की मदद से किसान गर्मी में भी अपने खेतों से आसानी से चौथी फसल ले रहे है। रायसेन जिले के 870 किसानों ने अपने खेतों पर सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप लगवा लिए है, जिससे अब वे सुबह से शाम तक ट्यूबवेल चला रहे हैं। वहीं 3 हजार से ज्यादा किसानों ने अपने अपने खेतों में सौलर पम्प लगवाने के लिए आवेदन किए हुए है। ऊर्जा संरक्षण की दिशा में रायसेन प्रदेश भर में प्रथम पायदन पर पहुंच गया है। जहां सबसे ज्यादा किसानों ने ऊर्जा की बचत करने के लिए अपने खेतों में सोलर पम्प लगवाए है। Body:रायसेन प्रदेश में एक मात्र ऐसा जिला है, जिसमें यहां के सबसे ज्यादा किसानों ने सोलर पंप लगवाए हैं। इतना ही नहीं तीन हजार से ज्यादा किसानों ने अपने खेतों में सोलर पंप लगवाने के लिए आवेदन कर रखे हैं। इसके अलावा सरकारी ऑफिस कॉलेज और अस्पतालों में भी बिजली की बचत करने की दिशा में यहां पर पर सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है। मप्र ऊर्जा विकास निगम द्वारा केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले 90 प्रतिशत अनुदान के आधार पर मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना के तहत किसानों को यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिले के किसान बिजली की समस्या से मुक्ति पाने के लिए अपने खेतों में सोलर पंप लगवा रहे हैं। कृषक बृजेन्द्र बघेल ने बताया कि जब से सौलर पम्प लगवाया है तब से बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है। मोबाइल के माध्यम से घर पर बैठकर ही खेत के पम्प को चालू कर सकते है और बंद भी कर सकते है। Conclusion:किसानों द्वारा लगवाए जा रहे सौलर पम्प पर 90 प्रतिशत तक केन्द्र एवं राज्य सरकार संयुक्त रूप से सब्सिडी प्रदान कर रही है। मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा यह सौलर पम्प लगवाए जा रहे है। मिली जानकारी के अनुसार 1 एचपी की सौलर पम्प लगवाने की लागत 1 लाख 75 हजार 480 रूपए है लेकिन किसानों को केवल 17 हजार 500 रूपए देना है,इसी तरह 5 एचपी सौलर पम्प की लागत 4 लाख 53 हजार 680 रूपए है लेकिन किसानों को सिर्फ 68000 रूपए देना होते है।
बाइट:-01 बृजेन्द्र बघेल कृषक ग्राम मेहगांव रायसेन

वाइट:-02 अखिलेश शुक्ला कृषक ग्राम रतनपुर रायसेन

बाइट:-03 पीके शांडिल्य जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी रायसेन
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