रायसेन। जिले के सिलवानी नगर परिषद के मुख्य अधिकारी अशोक कैथल की मनमानी व प्रताड़ना की शिकायत पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने संज्ञान लेते हुए जिला शहरी अभिकरण अधिकारी पीके चावला को जांच हेतु निर्देशित किया था. गुरूवार को डूडा अधिकारी पीके चावला ने नगर परिषद कार्यालय में महिला कर्मचारी के साथ सफाई कर्मचारी व अन्य कर्मचारियों से बातकर लिखित बयान लिए.
बता दें, नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक कैथल द्वारा एक महिला कर्मचारी की प्रताड़ित करने पर सीएमओ की मनमानी के खिलाफ सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. उक्त महिला कर्मचारी द्वारा शिकायत करने पर उसकी जांच की जा रही है. जांच को प्रभावित करने के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक कैथल द्वारा सफाई कर्मचारियों से जबरदस्ती अपनी स्वच्छ छवि बताने के लिए पत्र में हस्ताक्षर कराये जा रहे थे, पत्र पर हस्ताक्षर नहीं करने पर सफाई कर्मचारियों को देख लेने की धमकी दी जा रही थी. गुस्साएं सफाई कर्मचारियों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक कैथल का विरोध करते हुए सोमवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक कैथल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई थी.
सिलवानी नगर पंचायत के सीएमओ अशोक कैथल द्वारा नगर पंचायत की एक सहायक राजस्व निरीक्षक ने सीएमओ पर मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम को लिखित शिकायत की थी. शिकायत में कहा गया था कि उसे सुबह 5 बजे फोन करके बुलाया जाता है और सीएमओ द्वारा दुर्वहार भी किया जाता है.
कर्मचारियों का कहना है कि पहले सीएमओ द्वारा लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन कर फोटो सेशन किया गया और स्वयं भी लॉकडाउन के दौरान अपने निवास भोपाल कई बार गये और सिलवानी आकर कार्यालय देखते रहे, जबकि लॉकडाउन में एक जगह से दूसरे जगह जाने पर 14 दिन क्वारेंटाइन रहने का प्रावधान था, परंतु अधिकारियों पर कहां नियम लागू होता है.
इस संबंध में डूडा अधिकारी पीके चावला ने बताया कि 'कलेक्टर महोदय के निर्देश पर मैं नगर परिषद सिलवानी के कर्मचारियों के बयान लेकर जांच प्रतिवेदन कलेक्टर महोदय को सौंप दूंगा. आगे की कार्रवाई उच्च अधिकारी द्वारा की जाएगी.