पन्ना। फर्श पर फैली गंदगी, छत पर पंखों के बीच लटकता मकड़ियों का जाल और पेयजल की हालत ऐसी कि पानी पीने की छोड़िए उससे हाथ धोने की इच्छा न हो. पन्ना के प्रणनाथ बस स्टैंड का बुरा हाला है.
पन्ना का प्रणनाथ बस स्टैंड में यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सफाई नहीं होने की वजह से लोगों को बदबू झेलनी पड़ती है. विकराल गर्मी में यात्रियों को पानी की एक बूंद के लिए भटकना पड़ता है. यात्री ही नहीं बल्कि बसों के ड्राइवर और कंडक्टर को भी इस परेशानी से दो-चार होना पड़ता है.
भले लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रहीं हों लेकिन टैक्स वसूलने में नगर पालिका बिलकुल भी पीछे नहीं रहता है. बस स्टैंड के अंदर बने यात्री प्रतीक्षालय में अवैध कब्जाधारियों का कब्जा है. बस स्टैंड के बाहर के साथ यात्री प्रतीक्षालय के अंदर भी दुकानदार कब्जा किए हुए हैं. जिसके चलते परेशान कई यात्री जमीन पर पड़े रहते हैं.
बस एशोसिएसन के कर्मचारियों और बस मालिकों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा प्रति बस से 20 रूपये किराया वसूल किया जाता है. पन्ना जिले की कुल 200 बसें चलती है, यानी कि 4 हजार रुपये प्रति दिन बसों से वसूल होता है. भले ही बसों से इतनी राशि वसूली जा रही हो, सुविधा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है. बस स्टैंड में लगा फ्रीजर भी खराब पड़ा है और प्याऊ पानी की कोई व्यवस्था भी नही है.