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पन्ना मिनी स्मार्ट सिटीः भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया प्रोजेक्ट! आधे-अधूरे पड़े हैं काम, अनियमितताओं का बोलबाला

पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है. पहले फेज में 15 प्रोजेक्ट्स के लिए 15 करोड़ की राशि स्वीकृति हुई, लेकिन इसके तहत कई कामों में अनियमितता बरती गई है, वहीं कई काम आज भी अधूरे पड़े हैं. (Panna Mini Smart City)

corruption in Panna Mini Smart City plan
पन्ना मिनी स्मार्ट सिटी
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Published : Jan 28, 2022, 5:10 PM IST

पन्ना। प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को कम करने के लिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित करती रही हो लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी है, कि जनता के पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है. पन्ना शहर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां मिनी स्मार्ट सिटी (Panna Mini Smart City) योजना के तहत किए गए कार्यों में अनियमितता की बात सामने आ रही है. खासतौर पर मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं अटल पार्क बनाने में लापरवाही बरतने की बात कही जा रही है.

पन्ना मिनी स्मार्ट सिटी

सवालों के घेरे में विकास कार्य (corruption in Panna Mini Smart City plan)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2018 की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने का सपना पूरा किया था. घोषणा के बाद शहर को 15 करोड़ की पहली किस्त मिनी स्मार्ट प्रोजेक्ट के नाम पर दी गई थी, जिसमें लगभग 15 प्रोजेक्टों को जिला प्रशासन द्वारा तैयार किया गया था. जिसमें नाली, पुलिया, सड़कों की मरम्मत, बस स्टैंड का निर्माण शामिल था. साथ ही धार्मिक नगरी से विख्यात पन्ना शहर के मंदिरों का भी जीर्णोद्धार इस प्रोजेक्ट के तहत किया गया था. वही मदार टेकरी पर अटल पार्क की भी संरचना का खाका तैयार किया गया था, लेकिन सभी प्रोजेक्ट्स में भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है.

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कई प्रोजेक्ट आज भी अधूरे (Many projects still incomplete in Panna)
बता दें कि कंपनी अतुल कुरारिया द्वारा मंदिरों के जीर्णोद्धार में एवं अटल पार्क का काम किया है. वहीं कई प्रोजेक्ट आधे-अधूरे छोड़कर कंपनी अब काम बंद कर लापता हो गई है. इधर काम में अनियमितता को लेकर जिलाधिकारियों से लेकर सीएम हाउस तक इसकी शिकायतें भी हुई, लेकिन ठेकेदारों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. मामले को लेकर स्थानीय विधायक और खनिज एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मामले की जांच को लेकर शासन को लिखा गया है. उचित कार्रवाई की जाएगी.

पन्ना। प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार को कम करने के लिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित करती रही हो लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी है, कि जनता के पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है. पन्ना शहर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां मिनी स्मार्ट सिटी (Panna Mini Smart City) योजना के तहत किए गए कार्यों में अनियमितता की बात सामने आ रही है. खासतौर पर मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं अटल पार्क बनाने में लापरवाही बरतने की बात कही जा रही है.

पन्ना मिनी स्मार्ट सिटी

सवालों के घेरे में विकास कार्य (corruption in Panna Mini Smart City plan)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2018 की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पन्ना को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने का सपना पूरा किया था. घोषणा के बाद शहर को 15 करोड़ की पहली किस्त मिनी स्मार्ट प्रोजेक्ट के नाम पर दी गई थी, जिसमें लगभग 15 प्रोजेक्टों को जिला प्रशासन द्वारा तैयार किया गया था. जिसमें नाली, पुलिया, सड़कों की मरम्मत, बस स्टैंड का निर्माण शामिल था. साथ ही धार्मिक नगरी से विख्यात पन्ना शहर के मंदिरों का भी जीर्णोद्धार इस प्रोजेक्ट के तहत किया गया था. वही मदार टेकरी पर अटल पार्क की भी संरचना का खाका तैयार किया गया था, लेकिन सभी प्रोजेक्ट्स में भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है.

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कई प्रोजेक्ट आज भी अधूरे (Many projects still incomplete in Panna)
बता दें कि कंपनी अतुल कुरारिया द्वारा मंदिरों के जीर्णोद्धार में एवं अटल पार्क का काम किया है. वहीं कई प्रोजेक्ट आधे-अधूरे छोड़कर कंपनी अब काम बंद कर लापता हो गई है. इधर काम में अनियमितता को लेकर जिलाधिकारियों से लेकर सीएम हाउस तक इसकी शिकायतें भी हुई, लेकिन ठेकेदारों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. मामले को लेकर स्थानीय विधायक और खनिज एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मामले की जांच को लेकर शासन को लिखा गया है. उचित कार्रवाई की जाएगी.

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