पन्ना। हीरो की नगरी कहे जाने वाले पन्ना शहर में पिछले तीन दिनों के अंदर कई मजदूरों की किस्मत चमकी है. मजदूरी करने वाले दो मजदूरों को इस शहर ने रंक से राजा बना दिया है. पिछले दिनों जहां हीरा खदान से एक मजदूर को 7.95 कैरेट का हीरा मिला था, वहीं आज फिर एक मजदूर की किस्मत चमकी. कृष्णा कल्याणपुर पट्टी की उथली हीरा खदान से 14.9 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है. इस हीरे की कीमत 70 लाख रुपए बताई जा रही है.
रतनगर्भा धरती उगल रही हीरे
पन्ना जिला की रतनगर्भा धरती इन दिनों बेशकीमती हीरे उगल रही है. बीते 3 दिन में तीन हीरे मिल चुके हैं. सोमवार को एक मजदूर को एक साथ दो हीरे मिले थे. वहीं आज बुधवार को एक गरीब मजदूर को बेशकीमती 14.9 कैरेट का हीरा मिला है. जिसकी अनुमानित कीमत 70 लाख से ज्यादा बताई जा रही है.
दिन रात मेहनत का नतीजा, मिला 14.9 कैरेट का हीरा
रामप्यारे विश्वकर्मा निवासी एनएमडीसी कॉलोनी में अपने 7 साथियों के साथ मिलकर कृष्णा कल्याणपुर पट्टी की हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाकर हीरा खदान लगाई थी. मजदूर रामप्यारे ने बताया कि दिन-रात खदान में सभी साथियों ने मिलकर मेहनत की. आखिरकार भगवान जुगल किशोर ने उनकी मेहनत सुन ली. आज उन्हें यह जेम्स क्वालिटी का हीरा मिला. जिसे सभी साथियों ने हीरा कार्यालय पहुंचकर जमा कराया. इस दौरान पन्ना कलेक्टर ने खुद मजदूर रामप्यारे को माला पहनाकर शुभकामना दी. रामप्यारे ने कहा कि इस हीरे के बदले जो पैसे मिलेंगे उसे घर के काम में लगाएंगे. बेटियों की शादी करेंगे और कोई व्यवसाय करेंगे. इन पैसों से खदान भी लगाएंगे.
11% रॉयल्टी काटकर बाकी पैसे मजदूरों को दिए जाएंगे
हीरा अधिकारी ने कहा कि जिले के दूसरे मजदूरों को हीरा खदान लगाने के लिए कहा. अगर सरकार स्तर पर हीरा खदान लगाने के लिए जो भी काम किए जाएंगे उनको करवाया जाएगा. साथ ही मजदूरों को उत्साहित किया जाएगा. हीरे को अगले माह होने वाली नीलामी में रखा जाएगा और साढ़े 11% पर्सेंट रॉयल्टी काटकर बाकी पैसा मजदूर को दे दिया जाएगा.
'30 लाख' के हीरे से चमकी पन्ना के मजदूरों की किस्मत
सोमवार को एक मजदूर को मिले थे दो हीरे
बता दें सोमवार को पन्ना के किटहा गांव के खेत में खदान लगाये पांच मजदूरों की किस्मत अचानक चमक उठी है. जब उन्हें खदान में चमचमाते हुए एक नहीं बल्कि दो हीरे मिले. मजदूर भगवान दास कुशवाह ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से पट्टा बनवा कर खेत में हीरे की खदान लगाई थी और उन्हें चाल धोते समय एक साथ दो हीरे मिले थे.
पहला हीरा 7.94 कैरेट का और दूसरा हीरा 1.93 कैरेट का है. जिन्हें मजदूरों ने हीरा कार्यालय में जमा करवाया था. 7.94 कैरेट का हीरा इस साल का अभी तक का सबसे बड़ा हीरा बताया जा रहा था. मजदूरों का कहना है कि हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसों से वह अपने आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे और जो उनके ऊपर कर्ज है. उसको भी चुकाएंगे, वहीं पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने कहा था कि पन्ना की धारा किसी को भी रंक से राजा बना देती है, मजदूरों को मिले हीरे उज्जवल किस्म के हैं, जिन्हें अगले माह होने वाली नीलामी में रखा जाएगा.
छह मजदूरों के हाथ लगे तीन हीरे
मध्य प्रदेश के पन्ना की रत्नगर्भा धरती बेशकीमती रत्न उगल रही है. एक मजदूर की किस्मत चमकी थी और उसे एक हीरा मिला था. उस वक्त एक बार फिर छह मजदूरों की किस्मत खुल गई थी. उन्हें खुदाई के दौरान तीन हीरे मिले थे. बता दें, जरुआपुर उथली खदान से छह मजदूरों को एक साथ तीन हीरे मिले थे. जो लगभग साढ़े सात कैरेट के हैं. हीरा अधिकारी आरके पांडेय ने बताया था कि अभी इन हीरों का वेल्यू एडिशन नहीं हुआ है, तो कीमत अभी स्पष्ट नहीं हो पाई.